
तेल अवीव। इजराइल और हमास की जंग का आज 11वां दिन है। युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजराइल के दौरे पर जाएंगे। मंगलवार सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने घोषणा की कि प्रेसिडेंट जो बाइडेन 18 अक्टूबर को इजराइल जाएंगे। इस दौरान वे इजराइल के साथ अमेरिका की एकजुटता को दोहराएंगे।
इजराइल-हमास के बीच जारी है जंग
हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को जब शबात के दिन (यहूदियों का छुट्टी का दिन) इजराइल में घुसकर हमला कर दिया था। उसके बाद से इजराइल-हमास के बीच शुरू हुई जंग में अब तक 2,700 लोग मारे जा चुके हैं, इनमें करीब 1,300 इजराइली हैं। वहीं अब तक करीब 1,400 फिलिस्तीनियों की भी जान जा चुकी है। हमास के हमले के बाद से इजराइल ने गाजा पट्टी पर उसके ठिकानों को निशाना बनाया है। इजराइल के मुताबिक, 6 दिनों में उसकी सेना ने हमास के 3,600 ठिकानों पर हमला किया है। 6 हजार बम गाजा पर दागे गए हैं, जिनका वजन करीब 4 हजार टन है। दुनिया भर के इजराइली युद्ध में हिस्सा लेने के लिए तेल अवीव पहुंच रहे हैं।

यह है गाजा पट्टी का पूरा विवाद
गाजा पट्टी एक छोटा सा फिलिस्तीनी क्षेत्र है, यह मिस्र और इजराइल के मध्य भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है। इस पर ‘हमास’ द्वारा शासन किया जाता है, जो इजराइल विरोधी आतंकवादी समूह है। बता दें कि, फिलिस्तीन अरबी और मुस्लिम बाहुल्य वाला इलाका है। फिलिस्तीन और कई अन्य मुस्लिम देश इजराइल को यहूदी राज्य के रूप में मानने से इंकार करते हैं।
UN ने 1947 के बाद फिलिस्तीन को एक यहूदी और एक अरब राज्य में बांट दिया था। जिसके बाद से ही फिलिस्तीन और इजराइल के बीच संर्घष जारी है। जिसमें एक अहम मुद्दा जुइश राज्य के रूप में स्वीकार करना है तो दूसरा गाजा पट्टी है। यह इजराइल की स्थापना के समय से ही इजराइल और दूसरे अरब देशों के बीच संघर्ष का कारण साबित हुआ है।