
नई दिल्ली। इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मध्यप्रदेश समेत पांचों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर और राजस्थान में 23 नवंबर को एक ही फेज में चुनाव होगा। इसके अलावा मिजोरम में 7 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को सिंगल फेज में वोटिंग होंगी। छत्तीसगढ़ में आयोग ने दो फेज में चुनाव करने का फैसला लिया है। यहां 7 नवंबर और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। आयोग के अनुसार इन सभी राज्यों के नतीजे एक साथ 3 दिसंबर को आएंगे। वहीं चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही मप्र समेत पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
LIVE अपडेट्स
दोपहर 12:00- चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार दे रहे जानकारी।
दोपहर 12:07- पांचों राज्यों के मतदाताओं के बारे में दी जानकारी। बताया किस राज्य में हैं कितने वोटर
दोपहर 12:17- मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का बयान- 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक देश भर में वोटर लिस्ट का सर्वे होगा। नाम, फोटो और पता बदलवा सकेंगे वोटर।
दोपहर 12:20- सी-विजिल ऐप के जरिए की जा सकेगी चुनाव से जुड़ी शिकायतें, 100 मिनट में पहुंचेगा प्रशासन और पुलिस बल। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को तीन बार टीवी और तीन बार अखबारों में देनी होगी आपराधिक मामलों की जानकारी।
दोपहर 12:25- मिजोरम में कुल 8.52 लाख वोटर्स, छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़, मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़, राजस्थान में 5.25 करोड़ और तेलंगाना में 3.17 करोड़ मतदाता हैं।
दोपहर 12:26- मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़ वोटर्स में से 2.88 करोड़ पुरूष और 2.72 करोड़ महिला मतदाता, 22 लाख 36 हजार नए मतदाता।
दोपहर 12:34- पांचों राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान, 3 दिसंबर को आएंगे नतीजे। वोटिंग ईवीएम से होगी।
कहां कब होगी वोटिंग, नतीजे कब?
- मिजोरम- 7 नवंबर
- मध्यप्रदेश- 17 नवंबर
- छत्तीसगढ़- 7 और 17 नवंबर
- राजस्थान – 23 नवंबर
- तेलंगाना- 30 नवंबर
- सभी राज्यों के नतीजे एक साथ 3 दिसंबर को आएंगे।
- नागालैंड की तापी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव की तारीख तय। 7 नवंबर को होगी वोटिंग, 3 दिसंबर को आएगा परिणाम, आयोग ने जारी किया टाइम टेबल।
मप्र चुनाव से जुड़ी अहम जानकारी
- गजट नोटिफिकेशन जारी करने की तारीख 21 अक्टूबर 2023
- नाम दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 अक्टूबर
- स्क्रूटनी 31 अक्टूबर
- नाम वापस लेने की तारीख – 2 नवंबर
- मतदान की तारीख 17 नवंबर
- मतगणना 3 दिसंबर
पांचों राज्यों में कितने मतदान केंद्र?
पहली बार विशिष्ट संवेदनशील आदिवासी समूहों (Particularly Vulnerable Tribal Groups) का सौ फीसदी पंजीयन कराया गया है। सीईसी राजीव कुमार ने बताया, 17 अक्टूबर को वोटर लिस्ट जारी की जाएगी। 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक मतदाता सूची में बदलाव कराए जा सकेंगे। ये बदलाव बीएलओ के जरिए या फिर सीधे वेबसाइट के जरिए कराए जा सकते हैं। इन 5 राज्यों में 1.77 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। पोलिंग बूथ 2 किलोमीटर से दूर नहीं होगा। 1.01 लाख मतदान केंद्रों में वेब कास्टिंग की व्यवस्था रहेगी।
किस राज्य में कितने मतदान केंद्र?
राज्य | मतदान केंद्र |
मध्य प्रदेश | 64,523 |
राजस्थान | 51,756 |
छत्तीसगढ़ | 24,109 |
तेलंगाना | 35,356 |
मिजोरम | 1,276 |
- 31 अक्टूबर तक पार्टियों को चंदे की जानकारी देनी होगी। तभी इनकम टैक्स में छूट मिलेगी।
- बुजुर्ग लोगों को घर से वोटिंग की सुविधा मिलेगी।
- 5 राज्यों में 940 चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। इन्हें राज्य पुलिस और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां संभालेंगी।
इस बार कितने मतदाता डालेंगे वोट
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, 5 राज्यों में 679 विधानसभा सीटें हैं। कुल 16.14 करोड़ मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं। इन राज्यों में 60.2 लाख ऐसे वोटर हैं, जो पहली बार वोट करेंगे।
18 से 19 साल के बीच की उम्र वाले 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लीकेशन प्राप्त हो चुकी हैं।
किस राज्य में इस बार कितने वोटर
राज्य | कुल मतदाता |
मध्य प्रदेश | 5.6 करोड़ |
राजस्थान | 5.25 करोड़ |
तेलंगाना | 3.17 करोड़ |
छत्तीसगढ़ | 2.03 करोड़ |
मिजोरम | 8.52 लाख |
पांचों राज्यों में विधानसभा के कार्यकाल समाप्त होने की तारीख
- मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल : 17 दिसंबर 2023
- मध्य प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल : 6 जनवरी 2024
- छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल : 3 जनवरी 2024
- राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल : 14 जनवरी 2024
- तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल : 16 जनवरी 2024
किस राज्य में, किसकी सरकार?
मध्य प्रदेश : यहां बीजेपी की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। कुल विधानसभा सीटें – 230, जिसमें BJP के 127, कांग्रेस के 96, बसपा के 2, सपा का 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं।
राजस्थान : यहां कांग्रेस की सरकार है और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं। कुल विधानसभा सीटें – 200, जिसमें कांग्रेस के 108, BJP के 70, आरएलडी एक, आरएलएसपी 3, बीटीपी 2, लेफ्ट 2, 13 निर्दलीय विधायक और एक सीट खाली है।
(राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट हैं। 2018 में यहां 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। अलवर की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का हार्टअटैक से निधन हो जाने के चलते एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिए गए थे।)
छत्तीसगढ़ : यहां कांग्रेस के भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं। कुल विधानसभा सीटें – 90, जिनमें कांग्रेस के 71, बीजेपी के 13, बसपा के 2, जनता कांग्रेस के 3 विधायक हैं। एक सीट रिक्त है।
मिजोरम : यहां एमएनएफ की सरकार है और पार्टी अध्यक्ष जोरामथांगा सीएम हैं। कुल विधानसभा सीटें – 40, जिसमें से एमएनएफ के 27, जेपीएम 6, कांग्रेस 5, बीजेपी 1 और टीएमसी के एक विधायक हैं।
तेलंगाना : यहां बीआरएस की सरकार है और चंद्रशेखर राव सीएम हैं। कुल विधानसभा सीटें – 119, जिनमें से बीआरएस के 101, कांग्रेस के 5, एआईएमआईएम के 7, बीजेपी के 3, AIFB के पास एक, एक नॉमिनेटेड और एक निर्दलीय विधायक है।
MP में 15 महीने मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ, फिर शिवराज बने CM
मध्य प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था। उस समय राज्य में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन 22 कांग्रेस विधायकों ने मार्च 2020 में विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। जिसके बाद राज्य सरकार गिर गई थी और कमलनाथ को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद राज्य में भाजपा ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने।
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