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आप भी जानिए तालाबों के शहर की ठंडी सड़कों के बारे में, तीखी गर्मी और धूप में भी देतीं हैं शीतलता का अहसास  

नितिन साहनी, भोपाल।  तालाबों और पहाड़ियों के शहर राजधानी भोपाल में ऐसी सड़कें भी हैं जो तपती गर्मी में भी आपको शीतलता का अहसास कराती हैं। यहां तक कि लू के दौरान भी इन सड़कों से गुजरने वालों को कुछ समय के लिए ही सही लेकिन तीखी तपन से निजात मिल जाती है। इन सड़कों का तापमान शहर की अन्य स़डकों के मुकाबले सात से दस डिग्री तक कम रहता है। इसकी वजह भोगौलिक परिस्थिति और सड़क किनारे लगे पेड़ हैं। तो आइए जानते हैं भोपाल की इन चुनिंदा ठंडी सड़कों के बारे में…..

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पांच नंबर से सीबीआई दफ्तर की सड़क

राजधानी भोपाल से सबसे पॉश इलाकों में से एक चार इमली इलाके की इस सड़क के दोनों तरफ घने छायादार पेड़ लगे है। पांच नंबर स्थित तालाब के किनारे से शुरू होने वाली सड़क के कुछ हिस्से में लंबे बांस भी लगे हुए हैं, जो यहां की खूबसूरती को चार चांद लगाते हैं। इस रोड पर घने पेड़ों के बीच गाड़ी चलाने का अलग ही आनंद आता है।

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संपदा कार्यालय से इरिगेशन गेस्ट हाउस की सड़क

यह सड़क लिंक रोड नंबर तीन का हिस्सा है। इस सड़क का कुछ हिस्सा तो किसी जंगल की याद दिलाता है क्योंकि यह ट्री पासेस के बीच से गुजरता है। सड़क के एक तरफ पार्क होने का असर भी इस रोड के टेंपरेचर को कम रखता है।

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74 बंगला से रेडक्रॉस चौराहे तक

यह सड़क लिंक रोड नंबर एक का हिस्सा है। तकरीबन एक किलोमीटर लंबी इस सड़क के दोनों तरफ घने छायादार पेड़ तापमान को नियंत्रित रखते हैं। दो व्यावसायिक इलाकों न्यू मार्केट और एमपी नगर  को डोड़ने वाले इस रोड से गुजरते वक्त लगता है मानो किसी पार्क से गुजर रहे हों।

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मनीषा मार्केट से प्रशासन अकादमी तक

बिट्टन चौराहे से कोलार जाने वालों के लिए सड़क का ये हिस्सा तपती गर्मी में किसी नखलिस्तान जैसा अहसास कराता है। शाहपुरा लेक के किनारे से गुजरने वाली इस सड़क के दोनों तरफ का नजारा बेहद हरा-भरा नजर आता है और कुछ समय के लिए गर्मी का तीखापन यहां छू-मंतर हो जाता है।

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गोल्डन जुबली पार्क से बरखेड़ा पठानी

भेल इलाक की ये सड़क काफी कूल मानी जाती है। चारों तरफ घने छायादार पेड़ों से आच्छादित इलाके से होकर गुजरने वाली सड़क पर वाहनों की तादाद भोपाल के अन्य इलाकों से काफी कम रहती है। इसे भोपाल का हरा-भरा सुकून वाला रास्ता भी कह सकते हैं।

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हलालपुर बस स्टेंड से संत कुटिया बैरागढ़

भोपाल की ये सड़क भोपाल इंदौर स्टेट हाईवे का छोटा सा हिस्सा है। इस सड़क का तापमान कम रहने की वजह पेड़ों से ज्यादा इसकी भौगोलिक स्थिति है। यह रास्ता एक तरफ बड़े तालाब और दूसरी बड़े तालाब के केचमैंट इलाके के बीच से होकर गुजरता है। इस सड़क के एक किनारे पर सिंघाड़े की खेती होती है।

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कॅरियर कॉलेज से आईटीआई

यह भी भेल इलाके की सड़क है, जिसके दोनों तरफ पेड़ों की कतार हैं। इस सड़क के एक किनारे पर आम का बड़ा बगीचा भी लगा हुआ है।

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ये सड़कें भी रहती हैं कूल-कूल

इसके अलावा राजधानी में कुछ अन्य सड़कें भी हैं जो कूल रहती हैं। इनमें बांसखेड़ी से 1100 क्वार्टर्स, सीएम हाउस से वन विहार गेट तक, शौर्य स्मारक से रेडक्रॉस अस्पताल तक, सुल्तानिया इन्फेंट्री और श्यामला हिल्स में आदिम जाति संग्रहालय से दूरदर्शन केंद्र की तरफ जाने वाली सड़कें शामिल हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ गुरूदत्त शर्मा के अनुसार इन सड़कों के आस-पास घना जंगल इनके ठंडे होने एक बड़ी वजह है। इसके साथ ही कई सड़कों के किनारे तालाब और नहर जैसी वाटर बॉडीज होना भी एक अहम वजह है। डॉ मिश्रा के मुताबिक घने पेडों की वजह से इन सड़कों के आस-पास विंड का एक आर्टिफिशल ब्रिज बन जाता है, जो इन्हें ठंडा और नम रखने में कारगर रोल निभाता है।

(सभी फोटो – तरुण यादव)

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