नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना आज अपना 89वां स्थापना दिवस मना रही है। इस अवसर पर भारतीय वायुसेना के बहादुर जवान आसमान जबरदस्त करतब दिखा रहे हैं। भारतीय वायुसेना दुनिया की सबसे ताकतवर वायुसेनाओं में से एक है। वायु सेना ने अनेकों बार अपने पराक्रम से भारत को गौरवान्वित किया है। इस बार स्थापना दिवस की थीम आत्मनिर्भर और सक्षम है। वायुसेना के जवान भारत पाक युद्ध के पचास साल पूरे होने पर अपने शौर्य का खास प्रदर्शन कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने दी शुभकामनाएं
इस अदम्य बल की 89वीं वर्षगांठ पर सभी भारतीय वायुसेना कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं। हमें विभिन्न चुनौतियों का पूरी तत्परता और लचीलेपन के साथ जवाब देने और राष्ट्र की सेवा में दृढ़ रहने के लिए अपने वायुसैनिकों पर गर्व है।
https://twitter.com/rajnathsingh/status/1446304092385468420
पीएम मोदी का ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना दिवस के अवसर पर वायुसैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा, भारतीय वायु सेना साहस, परिश्रम और व्यावसायिकता का पर्याय है। उन्होंने चुनौतियों के समय देश की रक्षा करने और अपने मानवीय गुणों से खुद के लिए प्रतिष्ठा पायी है।
Greetings to our air warriors and their families on Air Force Day. The Indian Air Force is synonymous with courage, diligence and professionalism. They have distinguished themselves in defending the country and through their humanitarian spirit in times of challenges. pic.twitter.com/UbMSOK3agP
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2021
सीएमओ मप्र ने दी शुभकामनाएं
वायुसेना दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से शुभकामना संदेश भेजा गया है। जिसमें वायुसेना के अदम्य साहस और शौर्य को नमन किया गया है।
राष्ट्रसेवा के पर्याय तथा अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक समस्त वायु सैनिकों को भारतीय वायुसेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
राष्ट्र के प्रति आपके समर्पण और कर्तव्य परायणता के चलते हम स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं। हमें आप पर और आपके पराक्रम पर गर्व है: CM pic.twitter.com/3OVEyiUxoq
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 8, 2021
पढ़ें भारतीय वायुसेना का इतिहास
बता दें कि 8 अक्टूबर 1932 को वायुसेना की स्थापना की गई थी। हर साल 8 अक्टूबर वायुसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। आजादी से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद वायुसेना के नाम से रॉयल शब्द हटा दिया गया। इसका नाम इंडियन एयरफोर्स कर दिया गया था।
जानें कब बना पहला दस्ता
वायुसेना का पहला दस्ता 1 अप्रैल 1933 को बना था। जिसमें 6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था।
भारतीय वायुसेना के पहले चीफ कौन थे
आजादी से पहले वायु सेना आर्मी के तहत ही काम करती थी। एयर फोर्स को आर्मी से ‘आजाद’ करने का श्रेय भारतीय वायु सेना के पहले कमांडर इन चीफ एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट को जाता है। स्वतंत्रता के बाद सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट को भारतीय वायु सेना का पहला चीफ, एयर मार्शल बनाया गया था। वह 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक इस पद पर बने रहे थे।
आर्दश वाक्य- ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’
इंडियन एयरफोर्स का आदर्श वाक्य है- ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’ है। इस आदर्श वाक्य को गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है।