
शहर के हनुमानताल थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां सोमवार को जिस 17 वर्षीय किशोरी की मौत को आत्महत्या समझा जा रहा था, वो दरअसल हत्या का मामला निकला और तो और किशोरी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि खुद उसके पिता ने की थी।
रेप का मामला दर्ज कराने पहुंचे थे मां-बाप
हनुमानताल थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने पीपुल्स अपडेट को बताया कि 4 अक्टूबर को शासकीय अस्पताल विक्टोरिया में एक युवती की मृत्यु होेने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी। इसके पहले मृतका की मां मनीषा चौधरी ने थाने जाकर बयान दिया था कि सुबह-सुबह उसने अपनी बेटी का कपड़े से मुंह दबाए एक युवक को घर के कमरे में देखा था। दोनों आपत्तिजनक हालत में थे तभी पड़ोस का युवक उसे देखकर भागा। मनीषा चौधरी ने पुलिस को आगे बताया कि वह इसकी जानकारी अपने पति विकास चौधरी को देने गई। इसके बाद पड़ोसियों से उनका झगड़ा हो गया। पति-पत्नी मामला दर्ज कराने थाने पहुंचे तबतक उसकी बेटी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उक्त बयान के आधार पर मृतका के पड़ोसी को गिरफ्त में लेकर जांच शुरू की।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सामने आया सच
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर मामले की जांच के लिए टीआई उमेश गोल्हानी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इसके बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए। रिपोर्ट में मृतका के गले में खरोंच के निशान एवं पीठ और पैर में मारपीट से आई चोट के निशान मिले। इसे देखते हुए पुलिस की टीम ने मृतका के पिता विकास चौधरी से कड़ी पूछताछ की जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए।
पिता ने हत्या करना स्वीकारा
पुलिस की कड़ी पूछताछ में पिता विकास चौधरी ने बताया कि उसी ने अपनी बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या की वजह बताते हुए उसने कहा कि उसकी बेटी और उसके पड़ोसी के बीच प्रेम संबंध थे। पड़ोसियों से झगड़े के बाद आवेग में आकर उसने बेटी को पाइप से मारा और उसका गला दबा दिया। फिर खिड़की से दरवाजे को अंदर से बंद कर रिपोर्ट दर्ज कराने थाने चला गया। इस दौरान उसकी पत्नी का पड़ोसियों से झगड़ा चल रहा था।
पुलिस ने हत्या में प्रयोग चुनरी व पाइप को जब्त करते हुए आरोपी पिता के विरुद्ध धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी हनुमानताल उमेश कुमार गोल्हानी, उप निरीक्षक प्रभाकर सिंह, आभा दुबे, आरक्षक रामजी पांडे, चंद्रभान सिंह, महेन्द्र सिंह बिष्ट, महेन्द्र शुक्ला, गौरव तिवारी की अहम भूमिका रही ।