
बरेला में डबल मर्डर का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मां-बेटी को उसकी ही ननद के प्रेमी ने गला घोंटकर नृशंस हत्या कर दी। बरेला पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है। हत्या की इस वारदात से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने चक्काजाम कर आरोपियों को फांसी देने की मांग की है। मंगलवार को तीन घंटे की मशक्कत के बाद एसडीएम की मौजूदगी में निकलवाया गया। सबसे पहले बेटी के हाथ निकले। इसके बाद शव निकाला गया।
ये है पूरा घटनाक्रम
बरेला पुलिस के मुताबिक 27 सितंबर को बरेला वार्ड नंबर 16 अस्पताल के पास रहने वाली दीपा उर्फ बबली झारिया (40) और उसकी बेटी निशा झारिया (20) रहस्यमय ढंग से लापता हो गई थीं। उनके घर में ताला लगा हुआ था। बबली झारिया आंगनबाड़ी में सहायिका थी। उसके पति नरेश झारिया का 20 वर्ष पहले ही निधन हो चुका है। घर में मां-बेटी और 75 वर्षीय ससुर पंचम झारिया रहते थे। बगल के कमरे में देवरानी मालती उर्फ सुहानी झारिया और उसके 3 छोटे बच्चे रहते हैं। उसकी बहन बबीता ने 28 सितंबर को ही गुमशुदगी की सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस ने रिश्तदारी में पता लगाने का बोलकर शिकायत रख लिया था। 30 सितंबर को पुलिस ने मां-बेटी की गुमशुदगी दर्ज की।
देवरानी और उसके प्रेमी पर था संदेह
बबली की देवरानी मालती से पिछले 10 वर्षों से बोलचाल बंद थी। दरअसल, देवरानी मालती उर्फ सुहानी का महंगवा निवासी संजू श्रीपाल का आना जाना था। मालती का पति सुरेश झारिया राजगीर मिस्त्री है और अक्सर मंडला में रहता था। बबली के चचेरे भाई टेमरभीटा निवासी आशीष झारिया का आरोप है कि वे पहले दिन से ही मालती और उसके प्रेमी संजू उर्फ संजय श्रीपाल पर संदेह था। इस मामले में परिजन थाने से लेकर डीएसपी, एसपी और सीएम हेल्प लाइन में शिकायत कर चुके थे।

क्राइम ब्रांच के सामने टूटे आरोपी
मां-बेटी के गायब होने को लेकर स्थानीय लोगों ने बरेला में चक्का जाम करने की चेतावनी दी। इसके बाद एएसपी संजय अग्रवाल, डीएसपी अपूर्वा किलेदार (क्राइम ब्रांच) और बरेला पुलिस के साथ प्रथम संदेही संजू श्रीपाल और देवरानी मालती को हिरासत में लिया। दोनों को 4 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उठाया। देर रात संजू पुलिस की सख्ती पर टूटा। उसने मां-बेटी की हत्या कर लाश अपने गांव में महगवां में कैनाल के किनारे दफनाने की बात कबूली। इसके पहले वह पुलिस को भ्रमित करता रहा कि उसने मार कर मां-बेटी की लाश को जला दिया।
इस तरह दिया वारदात को अंजाम
संजू ने बताया कि मालती से मिलने में उसकी जेठानी बबली व निशा बाधक थीं। इस कारण दोनों को रास्ते से हटाने की साजिश मालती ने रची। इसमें संजू ने दो दोस्त राजा व देवा को शामिल किया। मालती ने दोनों को गहने बेचकर 45 हजार रुपए सुपारी के तौर पर दिए थे। साजिश के तहत 27 सितंबर को शाम को ही मालती ने ससुर को भोजन में नींद की गोली मिलाकर खिला दी। संजू अपने दोस्तों के साथ शाम को ही आ गया। बबली रात 9 बजे के लगभग बाथरूम के लिए निकली। उसी दौरान उसके गले को स्कार्फ की मदद से तीनों ने कस कर मार डाला।
28 सितंबर को लाश को दफनाया
आरोपी 28 सितंबर की दोपहर में कैनाल के किनारे मुख्य रोड से लगभग 800 मीटर अंदर बाइक से चादर में लपेटकर शव झाड़ियों में ले गए। वहां लगभग कमर तक गड्ढा खोदा और मां-बेटी के कपड़े उतार कर शव पर नमक डालकर दफना दिया था। मंशा थी कि कपड़े न होने पर शव जल्दी गल जाएगा।
मुख्य आरोपी संजू, मालती और एक अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बरेला थाने के सामने 200 की संख्या में महिलाओं ने सड़क जाम कर दिया था। वे मुआवजे और आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग पर अड़ी थीं।
संजय अग्रवाल, एएसपी क्राइम ब्रांच