इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) को स्मार्ट सिटी (Smart City) बनाने के लिए नगर निगम लगातार प्रयत्न कर रहा है। राजवाड़ा में लगे अतिक्रमण अब मुंह चिढ़ाने लगा है। नगर निगम के 20 कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। यदि राजवाड़ा के आस-पास फुटपाथ पर दुकानें लगी तो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
कर्मचारियों को दी सख्त हिदायत
दरअसल, इंदौर का मध्य भाग राजवाड़ा, जो देशभर में अब पहचाने जाने लगा है और इसकी ख्याति अब प्रदेशभर में हो रही है, लेकिन फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले राजवाड़ा के समीप अतिक्रमण कर लेते हैं। इस कारण से राजवाड़ा की सुंदरता दब सी जाती है। नगर निगम रिमोल विभाग द्वारा अब इसके जिम्मेदारी 20 कर्मचारियों को दी गई है। इसके साथ ही सख्त हिदायत दी गई है कि यदि राजवाड़ा के आस-पास फुटपाथ पर दुकानें लगी तो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
अब कर्मचारियों पर भी गिरेगी गाज
नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल के निर्देश पर विभाग के 20 कर्मचारी की टीम लगातार राजवाड़ा के आसपास भ्रमण कर रही है और यदि किसी प्रकार की अनियमितता पाई गई तो अब गाज नगर निगम कर्मचारियों पर ही गिरेगी। 2 दिन पूर्व नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने दौरा भी किया था, जिसमें सभी कर्मचारियों को यह सख्त निर्देश दिए गए थे। राजवाड़ा के आसपास उत्पादों पर अब दुकान नहीं दिखना चाहिए। दुकान संचालक पर जो कार्रवाई होगी वह अलग है, लेकिन अब कर्मचारियों पर इसकी गाज गिरेगी।