भोपालमध्य प्रदेश

2357 स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं, 8 हजार में सिर्फ एक

आधा से अधिक सत्र बीतने के बाद अब डीपीआई कर रहा है अतिथि शिक्षकों को रखने की तैयारी

रामचन्द्र पाण्डेय, भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तीन माह पहले शुरू ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया जारी है। इसके चलते प्रदेश के करीब सवा लाख स्कूलों में से 2,357 स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं बचे हैं, जबकि 8,307 में केवल एक शिक्षक हैं। अब आधा सत्र बीतने के बाद लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने मंगलवार को शिक्षकों के खाली पदों पर अतिथि शिक्षक रखने के आदेश जारी किए हैं।

यह हाल तब है, जबकि सरकारी स्कूलों में छमाही परीक्षा में 15 दिन से भी कम समय बचा है और तीन माह बाद 10-12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं। सितंबर में जारी स्थानांतरण नीति के अनुसार 43,118 शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया था, इसमें से 25,905 के ट्रांसफर हो चुके हैं। सीएम राइज, मॉडल और एक्सीलेंस स्कूलों को छोड़कर सभी की रिलीविंग भी हो चुकी है।

डीपीआई ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए निर्देश दिए

डीपीआई ने खाली हुए और एक शिक्षक वाले स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ऐसे शिक्षक विहीन स्कूल, जिनमें छात्र संख्या 20 से कम है या अतिथि शिक्षक की व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में उन्हें एक किमी के दायरे के स्कूल में सत्र समाप्ति होने तक मर्ज करने को कहा गया है। इसके अलावा एक गांव में मौजूद कम शिक्षकों वाले मिडिल और हाईस्कूलों को सत्रांत तक एक ही परिसर में संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।

ट्रांसफर प्रक्रिया सत्र की शुरूआत में ही पूरी कर दी है। अभी उन शिक्षकों के लिए एक अवसर दिया गया है, जिनके ट्रांसफर किसी कारण से अटक गए थे या फिर गलत हो गए थे जहां शिक्षकों की कमी है, वहां अतिथि शिक्षक रखे गए हैं। सभी कोर्स शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार कराए जा रहे है। इंदर सिंह परमार- राज्यमंत्री,स्कूल शिक्षा विभाग

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