
देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। अगर, पिछले साल की तुलना इस साल हालात ज्यादा खराब नजर आ रहे हैं। वहीं, शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर के कई इलाकों का स्तर खराब श्रेणी में चला गया है।
अधिकारी ने क्या बताया
मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रिय अधिकारी ब्रिजेश शर्मा ने भोपाल में वायु प्रदूषण पर कहा कि AQI के मुताबिक, दिवाली के बाद से हवाओं में प्रदूषण पाई जा रही है। ठंड का मौसम आने और वाहनों से निकलने वाली धूल के कारण इसमें इजाफा हो रहा है। पराली जलने के कारण भी प्रदूषण बढ़ रहा है।
बढ़ रहे सांस के मरीज
जानकारी के मुताबिक, एयर क्वालिटी खराब होने से शहर के अस्पतालों में सांस से संबंधित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। खराब हवा से सांस और फेफड़े की कई बीमारियां होती हैं। सड़कों से उड़ती धूल की वजह से भोपाल में AQI 300 के करीब पहुंच गया है। भोपाल के पर्यावरण परिसर और टीटी नगर में लगातार एक्यूआई खराब केटेगरी में आ रहा है। 8 नवंबर को एक्यूआई 338 दर्ज किया गया है। सिर्फ भोपाल ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई जिलों में एयर क्वालिटी खराब हुई है। जिसमें सिंगरौली, ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन भी शामिल हैं।
बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच AQI गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
इस साल 177 दिन हवा दूषित रही
ये हालात सिर्फ इस बार ही नहीं बने हैं, बल्कि पिछले तीन सालों से लगातार प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक इस साल शहर का एक्यूआई 177 दिन 100 से उपर रहा। यानि हवा की स्थिति चिंताजनक रही। जबकि पिछले साल ये 10 दिन कम रहा। दो साल पहले जहां दो महीने हवा का स्तर अच्छा रहता था, वो अब घटकर एक महीने पर आ गया है। एक्यूआई का आंकड़ा अच्छे से लगातार कम होकर खराब की ओर बढ़ रहा है।