भोपालमध्य प्रदेश

CM शिवराज ने कहा- डिक्की ने राह दिखाई कि हम रोजगार देने वाले बने; केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने बेरोजगारी को लेकर कही ये बात

भोपाल। राजधानी के रवींद्र भवन में बुधवार को दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्री (डिक्की) द्वारा ‘SC-ST बिजनेस कॉन्क्लेव एंड एक्सपो’ का आयोजन किया गया। इसमें मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। सीएम बोले- बाबा साहब का कहना था कि बिना आर्थिक प्रगति के सामाजिक सशक्तिकरण संभव नहीं है। इसलिए शिक्षित बनो, संपन्न बनो संघर्ष करो।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, ओम प्रकाश सकलेचा, प्रदेश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी समेत अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।

डिक्की बाबा साहेब की राह पर चल रहा है : सीएम

कार्यक्रम में संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने कहा था कि बिना आर्थिक सशक्तिकरण के सामाजिक सशक्तिकरण नहीं हो सकता है। इसलिए आर्थिक प्रगति आवश्यक है। बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षित बनो, संगठित बनो, संघर्ष करो। डिक्की उसी राह पर चलते हुए एक नये उद्देश्य और लक्ष्य जोड़ रहा है। हमारे नौजवानों में क्षमता, योग्यता है। इन्हें थोड़ा सा सहयोग मिल जाए, तो ये इतिहास रच सकते हैं।

शिक्षा के साथ रोजगार नहीं बढ़ पा रहे : सीएम

सीएम ने कहा कि रोजगार एक बड़ी समस्या है और शिक्षा के साथ नौकरियों की संख्या नहीं बढ़ पाएगी। इसे हम सब जानते हैं। इस बीच डिक्की ने राह दिखाई है कि हम रोजगार देने वाले बनें। उद्योग स्थापित करने में मप्र सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। आज एक एमओयू भी साइन हुआ है। आज जो चर्चा हुई है उसके निष्कर्ष पर हम चर्चा करेंगे। मैं आज मंत्रियों की एक कमेटी बना रहा हूं, जो डिक्की के साथ मिलकर सुझावों पर कर करेगी।

हम ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं : सीएम

आज मैं आपको यह वचन देने आया हूं कि आपने जो उत्साह, इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है, आप चाहे छोटे उद्योग लगायें या बड़े उद्योग स्थापित करें, मध्यप्रदेश सरकार आपको हरसंभव सहयोग करेगी। सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में हम हर महीने एक दिन रोजगार दिवस मनाते हैं। इसमें उद्योग लगाने और व्यापार प्रारंभ करने के लिए भी बैंकों के माध्यम से ऋण दिया जाता है।

एक दिन में 2 लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए लोन दिया जाता है। हम भोपाल में सिंगापुर की सरकार के साथ मिलकर ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। इसमें प्रति वर्ष हम 10 हजार बच्चों को ट्रेनिंग देंगे और यह व्यवस्था करेंगे कि कैसे उन्हें रोजगार मिल जाए।

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युवा नौकरी नहीं मिलने पर कर रहे सुसाइड : केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा है कि आसानी से कर्ज मिल सके इसके लिए कोई नोडल अधिकारी बनाना होगा। इसके अलावा किस क्षेत्र में कौन सा उद्योग लगा सकते हैं इसको लेकर नीति बनाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में युवाओं के सुसाइड करने का एक कारण सरकारी नौकरी नहीं मिलना भी है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकारी नौकरियों में स्पर्धा बहुत है। किसी भी परीक्षा में जनरल कैटेगिरी के लोग आगे निकल जाते हैं। इससे कई युवाओं को धक्का पहुंचता है। वे डिप्रेशन में चले जाते हैं।

देश भर के उद्यमियों समेत कारोबारी ने की शिरकत

इस कार्यक्रम में 26 बड़े उद्यमियों समेत देश भर से एससी-एसटी वर्ग के 2,000 से अधिक कारोबारी और स्टार्ट अप ने शिरकत की। इस अवसर पर डिक्की और मध्य प्रदेश सरकार के एमएसएमई विभाग के बीच MOU पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसके माध्यम से मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति-जनजाति के कारोबारियों को होने वाली सामान्य एवं नीतिगत कठिनाइयों को चिह्नित करके दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

2005 में रखी गई थी डिक्की की नींव

बता दें कि दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (DICCI) की स्थापना 2005 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवाओं और उद्यमियों के बीच उद्यमशीलता की भावना पैदा करने के लिए की गई थी। जिससे वे दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में सक्षम हो सकें।

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