
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित ट्विन टावर आज जमींदोज कर दिया जाएगा। दोपहर 2:30 बजे 3700 किलोग्राम बारूद इन इमारतों को ध्वस्त कर देगा। 100 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले दोनों टावर को गिरने में सिर्फ 12 सेकेंड का वक्त लगेगा। 13 साल में बने ट्विन टावर को गिराने का जिम्मा एडिफाइस नाम की कंपनी को मिला है।
3700 किलो बारूद से 12 सेकेंड में गिरेगी पूरी बिल्डिंग
ट्विन टावर गिराने का जिम्मा एडिफाइस नाम की कंपनी को मिला है। ये काम प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता की निगरानी में हो रहा है। बिल्डिंग को गिराने के लिए 3700 किलो बारूद भरा गया है। पिलर्स में लंबे-लंबे छेद करके बारूद भरना होता है। इसके लिए इमारतों में 9,640 छेद कर ये बारूद भरा गया है। फ्लोर टु फ्लोर कनेक्शन भी किया जा चुका है। सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने में करीब 17.55 करोड रुपये का खर्च आने का अनुमान है।
ट्विन टावर गिराने से पहले ये प्रोसेस की जाएगी फॉलो
- एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने बताया कि हम आखिरी बार बारीकी से जांच करेंगे। जब सभी टीमें इमारतों से नीचे उतर आएंगी तो दोनों इमारतों को आपस में जोड़ा जाएगा।
- उसके बाद ट्विन टावरों से एक्सप्लोडर तक 100 मीटर लंबी केबल बिछाई जाएगी, जिससे इमारतों को ध्वस्त किया जाएगा।
- ध्वस्तीकरण से पहले एक बार पुलिस से कंफर्म किया जाएगा कि आसपास का एरिया पूरी तरह क्लियर है या नहीं।
- पुलिस की ओर से मैसेज मिलने के बाद 2.30 बजे 50 से 70 मीटर की दूरी से बटन दबाया जाएगा। मेहता ने कहा कि इस दौरान उनके अलावा 3 विदेशी विशेषज्ञों, भारतीय ब्लास्टर चेतन दत्ता, एक पुलिस अधिकारी और छह लोग बटन दबाने के लिए रहेंगे।
धूल का गुबार रोकेगी वाटर फॉगिंग मशीन
नोएडा के सेक्टर 93 स्थित ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण से पहले वाटर फॉगिंग मशीन का ट्रायल किया गया। ये मशीन नोएडा प्राधिकरण की ओर से लगाई गई है। दरअसल, ध्वस्तीकरण के बाद धूल का गुबार उठेगा। इसे वाटर फॉगिंग मशीन के जरिए ही दबाया जाएगा।
एक्सप्रेसवे एक घंटे के लिए बंद
- एक्सप्लोजन जोन में 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग और 4 क्विक रिस्पांस टीम समेत एनडीआरएफ टीम तैनात है।
- प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड और अन्य कर्मचारियों को भी दोपहर 1 बजे तक दोनों सोसाइटियों से हटा दिया जाएगा।
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को दोपहर 2 से 3 बजे तक बंद किया जाएगा। इसके अलावा ट्विन टावर के आसपास के एरिया को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। इसके अलावा 5 और रूट बंद कर दिए गए हैं।
खाली हुए 90 फीसदी फ्लैट
एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के 1396 फ्लैटों में रह रहे करीब 7000 लोगों में से 90 प्रतिशत ने शनिवार शाम घर खाली कर कहीं और चले गए। बाकी लोग रविवार सुबह सात बजे तक सोसाइटी खाली कर देंगे। ये सभी रविवार शाम पांच बजे क्लीयरेंस मिलने पर अपने घरों में लौट पाएंगे।
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आपात स्थिति से निपटने के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर
ट्विन टावर को जमींदोज करने के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए ग्रीन कॉरिडोर की स्थापना की गई है। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि क्षेत्र में ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है।