
ग्वालियर। मप्र में रिश्वतखोर अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। इसी बीच ग्वालियर में आज लोकायुक्त की टीम ने एक सहकारिता निरीक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। निरीक्षत ने पिछोर सोसाइटी के सेल्समैन को री-जॉइनिंग कराने की एवज में 50 हजार रुपए मांगे थे।
बिना कारण के नौकरी से निकाला
प्राथमिक सहकारी साख समिति मर्यादित पिछोर में सेल्समैन के पद पर कार्यरत अल्ताफ अहमद खान ने लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर के कार्यालय में शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी संस्था के प्रशासक एवं सहकारिता निरीक्षक केशव सिंह टंडन ने 7 जुलाई को उनको और उनके पिताजी जो समिति के प्रबंधक हैं, को बिना किसी कारण के झूठा आरोप लगाकर सेवाएं समाप्त कर दी थी। पिता-पुत्र को आदेश 9 जुलाई को मिला।
फरियादी 15 हजार दे चुका था
सेवाएं समाप्त होने के बाद वे जिला पंजीयक के न्यायालय में गए और सेवाएं समाप्ति के आदेश के खिलाफ स्टे ले आए। दोबारा ज्वाइन कराने के लिए निवेदन किया तो केशव सिंह टंडन ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इसके बाद 30 रुपए में सौदा तय हुआ। फरियादी ने 10 हजार और 5 हजार रुपए दो किश्तों में दे दिए थे। वहीं जॉइनिंग लेटर के लिए 15 हजार देने के लिए कहा। फरियादी अल्ताफ ने लोकायुक्त एसपी ग्वालियर के कार्यालय में इसकी शिकायत की। लोकायुक्त की टीम ने फरियादी को वॉइस रिकॉर्डर दिया और रिश्वत की बात रिकॉर्ड हो जाने के बाद रिश्वत देने के लिए भेजा।
रंगे हाथों किया गिरफ्तार
फरियादी मंगलवार को 15 हजार रुपए लेकर सहकारिता विभाग के कार्यालय में पहुंचा। यहां पर 15 हजार रुपए सहकारिता निरीक्षक केशव टंडन के हाथ में दिए। पैसे लेने के साथ ही लोकायुक्त की टीम पहुंची और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त ने जब निरीक्षक के हाथ धुलवाए तो पानी गुलाबी हो गया। लोकायुक्त टीआई राघवेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 7 की धारा में मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की गई है।
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