भोपाल। राजधानी के यूवी सिटी परिसर में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (EPCO) के तत्वावधान में ग्रीन गणेश अभियान का अयोजन किया गया। कार्यक्रम में मूर्तिकार और आर्किटेक्ट कमलेश वर्मा ने बच्चों को एनवायरमेंट फ्रेंडली गणेश मूर्ति बनाना सिखाया। वर्मा का कहना था कि कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि पर्यावरण संरक्षण हो, जल निकायों को प्रदूषित होना से बचाया जाए और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान कॉलोनी के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और कोविड गाइडलाइन को फॉलो किया।
इप्को के पर्यावरण शिक्षण अधिकारी ने बताया कि हम लोग 5 साल से ग्रीन गणेश अभियान चला रहे हैं। लोगों को मिट्टी या ईको फ्रेंडली गणेश बनाने के बारे में बता रहे हैं। आप घर में ही ईको फ्रेंडली गणेश मिट्टी, हल्दी या कागज की लुगदी से बना सकते हैं। घर पर ही हल्दी, चूना, गेरुआ से इनका कलर बनाएं और तैयार करें। इसके बाद घर के ही गमले में विसर्जन करें। उसी मिट्टी पर एक पौधा लगा दें। इप्को का कहना था कि मिट्टी में स्वाभाविक पवित्रता होती है। वहीं, पीओपी के गणेश को जलीय तंत्र में विसर्जन करते हैं तो रसायन से काफी नुकसान पहुंचता है।
कैसे बनाएं मिट्टी के गणेश
- मिट्टी को इकट्ठा करके साफ जगह रखें।
- उसमें से कंकड़, पत्थर और घास निकाल लें।
- मिट्टी में हल्दी, घी, शहद, गाय का गोबर और पानी मिलाकर पिण्डी बना लें।
- मिट्टी से सबसे पहले तीन गोले बनाएं और गणेशजी की मूर्ति को आकार दे सकते हैं।
- इस साल 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी है।