
मध्यप्रदेश में शराब दुकान समूह की नीलामी 8 फरवरी से शुरू हो गई है। पहले दिन इंदौर, जबलपुर, सागर, कटनी, रीवा, बालाघाट और सागर जिले की 102 समूह की नीलामी हुई। बताया जा रहा है कि नए वित्तीय वर्ष (2022-23) में राजधानी भोपाल की 33 ग्रुपों की करीब 92 शराब दुकानों के दाम आबकारी विभाग ने करीब 20 फीसदी बढ़ा दिए हैं।
आबकारी विभाग ने बढ़ाए दाम
जानकारी के मुताबिक, भोपाल शहर के बड़े ग्रुप अरेरा कॉलोनी, न्यू मार्केट, कोलार, एमपी नगर सहित पुराने शहर की बड़ी दुकानें अब तक नहीं बिक पाई हैं। जबकि पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष में 15 फीसदी शराब दुकानों के रेट बढ़ाकर सिंगल ग्रुप को ठेका दिया गया था।
33 में से 11 ग्रुपों की दुकानें सेल हुईं
ऐसे में कोरोना काल के दौरान अचानक शराब दुकानों के दाम बढ़ने के कारण शहर में अब भी 22 ग्रुपों की शराब दुकानों के खरीदार नहीं पाए हैं। जिले में 33 में से 11 ग्रुपों की ही दुकानें सेल हो गई हैं। बची हुई शराब दुकानों को बेचने के लिए आबकारी विभाग एक बार फिर से नीलामी करेगा।
1057 करोड़ का रिजर्व प्राइस रखा
नीलामी में आबकारी विभाग ने भोपाल के 33 ग्रुप के लिए 1057 करोड़ का रिजर्व प्राइस रखा है। जिसमें से 33 में से 11 ग्रुप के टेंडर आए जो पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार 41 करोड़ ज्यादा रैवेन्यू से उठे हैं। चालू वित्त वर्ष में 780 करोड़ में सिंगल ग्रुप को ठेके दिए गए थे। लेकिन इस बार ये रकम और बढ़ गई है।
‘शराब दुकानों की नीलामी का काम जारी’
आबकारी विभाग के आयुक्त राजीव दुबे ने बताया कि पूरे प्रदेश में शराब दुकानों की नीलामी का काम जारी है। यह काम आने वाले तीन सप्ताह तक जारी रहेगा। प्रदेश में अब तक कुल 200 से अधिक ग्रुपों की 600 से ज्यादा शराब दुकानों की नीलामी हो चुकी है। बची हुई शराब दुकानों की नीलामी का काम भी जारी है। पूरे प्रदेश में 3500 से अधिक शराब दुकानें हैं।