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Israel-Iran Conflict : ईरान ने इजराइल पर दागीं 100 से अधिक मिसाइलें, अमेरिका को दी सीधी चेतावनी; कहा- वो हमारा टारगेट…

तेहरान/तेल अवीव। मध्य-पूर्व में इजराइल और ईरान के बीच तनाव अब खुली जंग में तब्दील हो चुका है। बीते 24 घंटों में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर भीषण हमले किए। इस टकराव में अब तक 78 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हैं। इजराइल ने अपने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़ा हमला बोला, तो जवाब में ईरान ने ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ के तहत इजराइल पर मिसाइलों की बारिश कर दी।

इजराइल का ऑपरेशन राइजिंग लायन

इजराइली फाइटर जेट्स ने शुक्रवार तड़के 5:30 बजे ईरान पर अपना हमला शुरू किया। इस ऑपरेशन में 200 से ज्यादा फाइटर जेट्स ने एक साथ उड़ान भरी और ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में ईरान के मुख्य परमाणु संयंत्र के ऊपरी हिस्से को भी नष्ट कर दिया गया।

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, सुप्रीम लीडर खामेनेई के करीबी अली शामखानी और एयरफोर्स कमांडर आमिर अली हाजीजादेह जैसे बड़े अधिकारी मारे गए। इस हमले में कुल 78 लोगों की मौत और 350 से ज्यादा घायल होने की पुष्टि हुई है।

जवाब में ईरान का ट्रू प्रॉमिस 3 ऑपरेशन

इजराइल के हमले के बाद ईरान ने तुरंत पलटवार करते हुए अपने ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ ऑपरेशन की शुरुआत की। ईरान ने इजराइल पर 150 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इनमें से 6 मिसाइलें इजराइल की राजधानी तेल अवीव में गिरीं, जिसमें 1 महिला की मौत हो गई और 63 लोग घायल हो गए। सेंट्रल इजराइल के कई इलाकों में मकान ध्वस्त हो गए। गोलान हाइट्स समेत उत्तरी इजराइल में भी मिसाइल हमलों के चलते सायरन बजाए गए और लोगों को बंकरों में भेजा गया।

मोसाद का गुप्त प्लान: महीनों पहले से चल रही थी तैयारी

इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने इस हमले की महीनों पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। तेहरान में एक गुप्त ड्रोन निर्माण केंद्र बनाकर वहां छोटे-छोटे विस्फोटक ड्रोन स्टॉक किए गए। इन ड्रोन्स को ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम्स, मिसाइल लॉन्चर बेस और रडार के पास तैनात कर दिया गया।

जैसे ही ऑपरेशन शुरू हुआ, ड्रोन ने पहले से ही ईरान के कई सुरक्षा सिस्टम को नष्ट कर दिया, जिससे इजराइली लड़ाकू विमानों का रास्ता साफ हो गया।

अमेरिका और चीन भी बीच में आए

इस पूरे संघर्ष पर दुनिया की बड़ी ताकतें भी एक्टिव हो गई हैं। अमेरिका ने इजराइल की मिसाइल डिफेंस में मदद की। THAAD सिस्टम के जरिए इजराइल ने वायुमंडल के बाहर ही कई ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया। वहीं, चीन ने संयुक्त राष्ट्र में इजराइल की कार्रवाई की आलोचना करते हुए इसे ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया।

पीएम मोदी से नेतन्याहू की बातचीत

इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत कर वर्तमान हालात की जानकारी दी। नेतन्याहू ने कहा कि, जब तक ईरान का परमाणु खतरा खत्म नहीं होता, ऑपरेशन जारी रहेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को परमाणु समझौते की चेतावनी दी है, अन्यथा और बड़ा हमला करने की धमकी दी।

ईरान में सैन्य नेतृत्व में बड़े बदलाव

इजराइली हमलों में कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों के मारे जाने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने नए सैन्य प्रमुखों की नियुक्ति कर दी है:

  • मेजर जनरल मोहम्मद पाकपोर- IRGC के नए कमांडर
  • मेजर जनरल अब्दुलरहीम मौसवी- सेना के चीफ ऑफ स्टाफ
  • जनरल अली शादमानी- खातम-अल-अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्स के कमांडर
  • अमीर हातमी- नए सेना प्रमुख

खाड़ी क्षेत्र में बढ़ा तेल संकट का खतरा

मध्य-पूर्व के इस तनाव का असर सीधे तेल बाजार पर भी पड़ा है। कच्चे तेल की कीमतों में 7% की तेजी देखी गई। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड ऑइल के $80 ऑप्शन ट्रेडिंग में भारी उछाल आया है। अगर संघर्ष बढ़ा तो वैश्विक तेल आपूर्ति संकट गहरा सकता है।

ईरान की अमेरिका को खुली धमकी

ईरान ने अमेरिका और अन्य देशों को चेतावनी दी है कि जो भी देश इजराइल के साथ खड़ा होगा, वह ईरान के निशाने पर रहेगा। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि, हम नरमी नहीं बरतेंगे और अपने दुश्मनों को करारा जवाब देंगे।

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