
अहमदाबाद। अहमदाबाद में 12 जून को हुए प्लेन क्रैश में अब तक 265 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इनमें से 241 मृतक विमान में सवार यात्री और क्रू मेंबर्स थे। वहीं 5 मृतक उस मेडिकल हॉस्टल के हैं, जहां प्लेन क्रैश हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जून को प्लेन क्रैश साइट का दौरा करने के बाद सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।
एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद यह बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर पड़ा। इस हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हादसा इतना भयानक था कि विमान में सवार 242 में से केवल एक यात्री ही जीवित बच पाया।
बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल भी तबाह
यह विमान जिस हॉस्टल पर गिरा, वहां 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे। हादसे में हॉस्टल में मौजूद 5 लोगों की भी मौत हो गई। मृतकों में 4 MBBS छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी शामिल हैं। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हॉस्टल में कुल कितनी मौतें हुई हैं।
अहमदाबाद के डिप्टी पुलिस कमिश्नर कनन देसाई ने बताया कि, अब तक कुल 265 शव सिविल अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। इनके अलावा बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। मृतकों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं, जबकि सिर्फ एक यात्री की जान बची है। मृतकों की संख्या में अभी और भी इजाफा हो सकता है क्योंकि डीएनए टेस्ट के बाद पूरी जानकारी आएगी।
पीएम मोदी ने घटनास्थल का किया दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (13 जून) सुबह अहमदाबाद पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने हादसे वाले स्थान पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली। इसके बाद वे सिविल अस्पताल पहुंचे और घायल यात्रियों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल में करीब 10 मिनट तक घायलों का हालचाल जाना।
घायलों से मिलने के बाद समीक्षा बैठक
पीएम मोदी ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा करने के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक हाईलेवल समीक्षा बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू और कई उच्च अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की गई।
मृतकों की पहचान के लिए होगा डीएनए टेस्ट
हादसे में शव इतनी बुरी तरह जले हुए हैं कि उनकी पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया है। इसलिए मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। सिविल अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रूम में जिन शवों की शिनाख्त हो चुकी है, उन्हें उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है।
ब्रिटिश हाई कमीशन और अमेरिकी टीम भी पहुंची
विमान में 53 ब्रिटिश नागरिक भी सवार थे। ब्रिटिश हाई कमीशन के अधिकारी भी अहमदाबाद पहुंच गए हैं। वहीं, हादसे की जांच में अमेरिका भी भारत की मदद करेगा। अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) ने विशेषज्ञों की टीम भेजने की घोषणा की है। यह टीम ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और तकनीकी जांच में सहायता करेगी।
एअर इंडिया ने बनाए हेल्प सेंटर
एअर इंडिया ने मृतकों के परिजनों की सहायता के लिए अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली और गैटविक एयरपोर्ट पर हेल्प सेंटर बनाए हैं। भारत में सहायता के लिए 1800 5691 444 और विदेश से 8062779200 पर संपर्क किया जा सकता है।
अमित शाह ने बताया हादसे का भयावह दृश्य
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि हादसे के समय विमान में सवा लाख लीटर ईंधन था, जिससे आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को बचने का मौका ही नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सभी शवों को मलबे से निकाल लिया गया है और डीएनए सैंपलिंग का काम भी तेजी से चल रहा है।
मुकेश अंबानी ने मदद का दिया भरोसा
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने हादसे पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि रिलायंस समूह राहत कार्यों में हर संभव सहयोग करेगा। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो करेगा जांच
विमान हादसे की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उच्च स्तरीय समिति द्वारा की जा रही है। ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद हादसे के कारणों की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
यह हादसा हालिया वर्षों में भारत के सबसे भीषण विमान हादसों में शामिल हो गया है। विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। हादसे ने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अपूरणीय क्षति बताया है।