
मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में अवैध शराब कारोबारियों के बीच वर्चस्व की जंग सोमवार सुबह खूनी संघर्ष में बदल गई। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में सनसनी फैल गई, जब शराब माफिया बंटी भदौरिया और उसके भतीजे भोला भदौरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना सिहौनिया थाना क्षेत्र के भाई खां का पुरा गांव के पास सुबह करीब 8 बजे हुई।
शराब माफियाओं के बीच चल रही थी रंजिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बंटी भदौरिया और भोला भदौरिया लंबे समय से अवैध शराब के कारोबार में सक्रिय थे। उनकी दुश्मनी प्रदीप तोमर, लुक्का तोमर और ललकी पंडित से चल रही थी, जो उसी इलाके में अवैध शराब बेचने का नेटवर्क चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई बार झड़प और धमकियों का सिलसिला हो चुका था। इस बार मामला इतना बढ़ गया कि खुली सड़कों पर गोलियां चल गईं और दो लोगों की जान चली गई।
कॉल पर मिली सूचना बनी मौत की वजह
पुलिस जांच में सामने आया है कि सोमवार सुबह बंटी भदौरिया को किसी ने कॉल कर सूचना दी थी कि कोई व्यक्ति इलाके में अवैध शराब लेकर आ रहा है। बंटी ने इस बात की जानकारी भोला को दी और दोनों एक कार में सवार होकर बताई गई लोकेशन पर रवाना हो गए। जब वे भाई खां का पुरा गांव पहुंचे, तो वहां विरोधी पक्ष के प्रदीप, लुक्का और ललकी पहले से मौजूद थे।
जैसे ही दोनों पक्ष आमने-सामने आए, कहासुनी के बाद बंटी की ओर से फायरिंग शुरू हुई। जवाब में विरोधी गुट ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें बंटी और भोला की मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपी फरार, पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला
फायरिंग के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही सिहौनिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस की टीमें फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई हैं और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। एसपी मुरैना ने कहा- घटना आपसी रंजिश और अवैध शराब कारोबार से जुड़ी है। पुलिस की टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
बंटी भदौरिया था अवैध शराब सिंडिकेट का मुखिया
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, बंटी भदौरिया मुरैना जिले में अवैध शराब का बड़ा सिंडिकेट चलाता था। उसका नाम कई अपराधों और अवैध गतिविधियों में पहले भी सामने आ चुका है। वहीं, उसके भतीजे भोला भदौरिया ने हाल ही में कारोबार में सक्रियता बढ़ाई थी। मुरैना का शराब ठेका राजा परमार के नाम पर है, लेकिन अवैध शराब का पूरा खेल बंटी-भोला और विरोधी गुट के लोगों के इर्द-गिर्द घूमता रहा है।