
इंदौर। मां अहिल्याबाई की नगरी इंदौर में आयोजित होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार सुबह कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चिड़ियाघर के स्नेक पार्क में नर किंग कोबरा को छोड़ा और बर्ड पार्क समेत विभिन्न प्राणियों का अवलोकन किया।
किंग कोबरा को मिला नया घर
सीएम डॉ. यादव ने जानकारी दी कि यह नर किंग कोबरा कर्नाटक स्थित पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क से लाया गया है। अभी तक इंदौर चिड़ियाघर में केवल मादा किंग कोबरा थी। नर के आने से अब प्राकृतिक रूप से ब्रीडिंग संभव होगी, जिससे इको सिस्टम को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने किंग कोबरा के आवास, लंबाई और वजन की सराहना की।
किंग कोबरा: प्रकृति का चमत्कारी शिकारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा विषैला सांप है, जिसकी लंबाई 18 फीट तक हो सकती है। इसे सबसे बुद्धिमान सर्पों में गिना जाता है, जो परिस्थिति अनुसार शिकार की रणनीति बदलता है। खास बात यह है कि मादा कोबरा अंडों को सेने के लिए घोंसला बनाती है, जो अन्य सर्पों में नहीं देखा जाता।
सांप संरक्षण के लिए विशेष पहल
डॉ. मोहन यादव ने बताया कि राज्य सरकार सांपों के संरक्षण और प्राकृतिक जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। किंग कोबरा जैसे प्रजाति का संरक्षण किसानों के लिए भी लाभकारी है, क्योंकि ये फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले चूहों और अन्य जीवों को नियंत्रित करते हैं।
बर्ड पार्क में पक्षियों को दाना खिलाया
मुख्यमंत्री ने बर्ड पार्क का भी भ्रमण किया और वहां की विविध पक्षी प्रजातियों को देखा। उन्होंने अपने हाथों से पक्षियों को दाना भी खिलाया, जिससे उपस्थित लोग अभिभूत हो गए। इस दौरान उन्होंने शुतुरमुर्ग, पॉकेट मंकी और अन्य प्राणियों का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर चिड़ियाघर निदेशक डॉ. उत्तम यादव, जनप्रतिनिधि और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि वन्यजीव संरक्षण में समाज की भागीदारी सुनिश्चित की जाए और इस दिशा में जनजागरुकता बढ़ाई जाए।