
भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक स्कूल बस ने अचानक नियंत्रण खोते हुए रेड सिग्नल पर खड़े 8 वाहनों को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में इंटर्नशिप कर रही एक महिला डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वीडियो में कैद हुआ हादसा
हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें यह भयावह मंजर साफ देखा जा सकता है। वीडियो में दिखता है कि बाणगंगा चौराहे पर सिग्नल रेड होने के कारण कई वाहन रुके हुए थे। इसी दौरान पीछे से एक स्कूल बस तेज रफ्तार में आई और एक के बाद एक वाहनों को रौंदती चली गई।
बस के ठीक सामने एक स्कूटी पर बैठी युवती उसकी चपेट में आ गई। टक्कर लगते ही वह स्कूटी समेत बस के अगले हिस्से में फंस गई और करीब 50 फीट तक घिसटती चली गई। जैसे ही स्कूटी बस से बाहर निकली, युवती अगले पहिए के नीचे आ गई और मौके पर ही उसकी जान चली गई। बाद में उसकी पहचान एक इंटर्न डॉक्टर के रूप में हुई, जो अस्पताल में ट्रेनिंग कर रही थी।
चिल्लाता रहा बस ड्राइवर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस ड्राइवर चौराहे पर पहुंचते ही ‘हटो-हटो’ चिल्ला रहा था, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह ब्रेक फेल की स्थिति को समझ चुका था। लेकिन भीड़भाड़ वाले चौराहे पर वह बस को नियंत्रित नहीं कर पाया। बस ने खड़े वाहनों को पीछे से धक्का मारा, जिससे एक कार आगे खिसककर दूसरी कार से टकरा गई और वह बाइक सवार को भी घायल कर गई।
स्कूल की लापरवाही उजागर
हादसे में लापरवाही का बड़ा खुलासा भी हुआ है। जिस स्कूल बस से यह दुर्घटना हुई, उसका फिटनेस सर्टिफिकेट नवंबर 2024 में ही एक्सपायर हो चुका था। बावजूद इसके यह बस बेधड़क सड़कों पर दौड़ रही थी। भोपाल आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि संबंधित स्कूल आईपीएस स्कूल को नोटिस भेजा गया है और पूछताछ की जाएगी कि एक्सपायर्ड फिटनेस वाली बस सड़क पर क्यों थी।
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अपराध
आरटीओ ने स्पष्ट किया कि मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, बिना फिटनेस के वाहन सड़क पर चलाना एक दंडनीय अपराध है। इस मामले में नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि बस के ब्रेक फेल होने की असल वजह क्या थी। घटना में घायल हुए छह लोगों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दो की हालत नाजुक बनी हुई है।
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