
चंडीगढ़। भारत और पाकिस्तान के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बढ़े तनाव और सीमा पर हालात सामान्य होने के चलते पंजाब सरकार ने सोमवार12 मई 2025 से प्रदेश के अधिकांश जिलों में स्कूल-कॉलेजों को दोबारा खोलने का फैसला लिया है। हालांकि, सीमा से सटे अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन जिलों के साथ-साथ संगरूर में भी शिक्षण संस्थान अभी बंद ही रहेंगे।
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने बताया कि हालात की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है। इन सीमावर्ती जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स को अधिकार दिया गया है कि वे स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल खोलने या बंद रखने का फैसला लें। उन्होंने सभी शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे सरकार द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।
ऑनलाइन कक्षाओं की मिलेगी अनुमति
जिन जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं, वहां ऑनलाइन कक्षाओं को जारी रखने की अनुमति दी गई है। अमृतसर और गुरदासपुर जैसे जिलों में शिक्षक ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को पढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही इन जिलों के कॉलेज और विश्वविद्यालय भी फिलहाल बंद रहेंगे।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और मोगा जिलों में स्थानीय प्रशासन ने रविवार को एक परामर्श जारी कर लोगों से आग्रह किया कि वे शाम के समय घर की लाइटें बंद रखें और आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें। हालांकि, रविवार को पूरे पंजाब, खासकर सीमावर्ती इलाकों में शांति बनी रही।
परीक्षा कार्यक्रमों में संशोधन
सीमा पर तनाव के कारण सीए परीक्षा, कोमेडके यूजीईटी 2025 और विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। शिक्षा विभाग ने कहा है कि अब हालात सामान्य होने पर इन परीक्षाओं की नई तिथियां संबंधित आधिकारिक वेबसाइटों पर जारी की जाएंगी।
पंजाब-पाकिस्तान सीमा की स्थिति
पंजाब पाकिस्तान के साथ करीब 553 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जो फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन जैसे जिलों से होकर गुजरती है। यही वजह है कि इन क्षेत्रों में एहतियातन स्कूलों को अभी बंद ही रखा गया है।
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