
नई दिल्ली। 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान से संचालित हो रहे आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त एयरस्ट्राइक कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई की जानकारी केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में दी। इसके बाद AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान चर्चाओं में है, जिसमें उन्होंने सेना की सराहना करते हुए पाकिस्तान पर और कठोर कदम उठाने की अपील की है।
ओवैसी की सरकार से मांग, आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान हो शुरू
सर्वदलीय बैठक में असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय सेना की कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह जरूरी कदम था। उन्होंने विशेष रूप से आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाने की मांग की। ओवैसी ने कहा, “हमारे ऑब्जेक्टिव पूरे हो गए हैं। हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि किसी नागरिक या सैन्य क्षेत्र को। पहलगाम में हुए हमले के बाद यह एक्शन आवश्यक था।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत को अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपील करनी चाहिए कि TRF को आधिकारिक तौर पर आतंकी संगठन घोषित किया जाए।
हाफिज सईद के बेटे की धमकी का किया जिक्र
ओवैसी ने फरवरी के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें हाफिज सईद के बेटे हाफिज अब्दुल रऊफ ने खुलेआम भारत में पूरे साल जिहाद करने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकी विचार इस्लाम के खिलाफ हैं और इन ताकतों को रोके बिना शांति संभव नहीं।
सिर्फ 9 ठिकानों पर ही क्यों रुकी कार्रवाई- ओवैसी
उन्होंने सरकार से पूछा कि यदि ऑपरेशन सिंदूर इतना प्रभावशाली था, तो केवल 9 आतंकी ठिकानों तक ही क्यों सीमित रहा? ओवैसी ने जोर देते हुए कहा, “बाकी ठिकानों को भी खत्म किया जाना चाहिए था। आतंक के खिलाफ यह लड़ाई अधूरी नहीं रहनी चाहिए,”
TRF है लश्कर-ए-तैयबा का नया चेहरा
TRF यानी द रेजिस्टेंस फ्रंट, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही एक नया और छद्म रूप है। इसका गठन अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुआ था। प्रारंभ में एक ऑनलाइन प्रचार इकाई के रूप में शुरू हुआ यह संगठन अब ISI के समर्थन से एक पूर्ण आतंकी संगठन बन चुका है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या TRF द्वारा ही की गई थी। TRF ने बयान जारी कर इस नरसंहार की जिम्मेदारी ली।
तुर्की पर भी साधा निशाना
ओवैसी ने पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की बात कही और भारत सरकार से तुर्की को भी कड़ा संदेश देने की मांग की। उन्होंने कहा, “तुर्की खुद अपने यहां कुर्दों पर हमले करता है और भारत पर सवाल उठाता है। यह दोहरा मापदंड बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।”
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