
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पहलगाम आतंकी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमले के ज़िम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और “चुन-चुन कर बदला लिया जाएगा”। उन्होंने यह भी दोहराया कि यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, जो आतंकवाद और कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देना जानती है।
27 लोगों की शहादत का बदला लिया जाएगा
अमित शाह ने कहा, कोई ये ना समझे कि हमारे 27 लोगों को मारकर वो लड़ाई जीत गए हैं। हर व्यक्ति को जवाब मिलेगा और जवाब लिया भी जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोई कायराना हमला करके सोचता है कि यह हमारी बड़ी जीत है तो यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। चुन-चुन कर बदला लिया जाएगा। हमारा संकल्प है कि इस देश के हर कोने से आतंकवाद को उखाड़ फेंकेंगे और यह पूरा होगा। न केवल 140 करोड़ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया इस लड़ाई में भारत के साथ खड़ी है।
दुनिया भारत के साथ खड़ी है
गृह मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि आज आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, हम इंच-इंच जमीन से आतंकवाद को मिटा देंगे। चाहे वह वामपंथी उग्रवाद हो या कश्मीर का आतंकवाद, किसी को नहीं बख्शा जाएगा। मैं इस संकल्प को दोहराना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन्होंने इसे अंजाम दिया है, उन्हें निश्चित रूप से उचित सजा दी जाएगी।
भारत का पाकिस्तान पर कड़ा एक्शन
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 भारतीय नागरिकों की जान गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए।
- पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय एयरस्पेस बंद : भारत सरकार ने बुधवार (24 अप्रैल) को एक बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय एयरस्पेस को बंद करने का निर्णय लिया। यह कदम पाकिस्तान की नागरिक उड्डयन व्यवस्था को बड़ा झटका देने वाला माना जा रहा है।
- CCS बैठक में लिए गए कड़े फैसले : हमले के अगले ही दिन, यानी 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए गए, जिनमें प्रमुख हैं:
- अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद किया गया, ताकि पाकिस्तानी नागरिक भारतीय वीजा होने पर भी भारत में प्रवेश न कर सकें।
- भारत सरकार ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया।
- भारत में मौजूद पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया।
- भारत ने पाकिस्तानियों को वीजा देना पूरी तरह से बंद कर दिया।
- SAARC वीजा छूट योजना पर भी रोक : भारत ने SAARC वीजा छूट योजना को भी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। इस योजना के तहत पहले पाकिस्तानी नागरिकों को भारत आने की सुविधा थी, लेकिन अब इस रास्ते को भी बंद कर दिया गया है।
- सिंधु जल समझौता भी किया गया सस्पेंड : भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ वर्षों पुराना सिंधु जल समझौता भी स्थगित (Suspend) कर दिया है। यह समझौता दोनों देशों के बीच पानी के बंटवारे को लेकर था, लेकिन हालात को देखते हुए भारत ने इस पर भी रोक लगा दी है।