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पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 121वें एपिसोड में पहलगाम हमले पर जताया दुख, आतंकियों को चेताया, पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 121वें एपिसोड में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए देशवासियों के साथ भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और दोषियों को कठोर सजा दी जाएगी। इसके अलावा मोदी ने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों, युवाओं की प्रतिभा, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के प्रयासों और ऐतिहासिक आंदोलनों पर भी विस्तार से बात की।

पहलगाम हमले ने देश का खून खौलाया

कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को याद किया। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद पूरा देश एकजुट हो गया है। हमारे वीर जवानों और नागरिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। पीड़ितों को न्याय अवश्य मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर में लौट रही शांति और प्रगति से आतंक के समर्थकों को परेशानी हो रही है, लेकिन सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएगी।

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला देश भारत

पीएम मोदी ने भारत की स्पेस सेक्टर में उपलब्धियों को गर्व के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि भारत ने एक साथ 104 सैटेलाइट्स लॉन्च कर विश्व रिकॉर्ड बनाया और चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। उन्होंने पूर्व इसरो प्रमुख डॉ. कस्तूरीरंगन को श्रद्धांजलि भी दी, जिन्होंने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में अहम योगदान दिया था।

युवाओं ने बदली भारत की वैश्विक पहचान

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के युवाओं ने अपनी प्रतिभा और नवाचार के बल पर दुनिया में भारत की एक नई पहचान बनाई है। उन्होंने पिछड़े इलाकों में हो रहे विकास कार्यों का उदाहरण देते हुए बताया कि आज हर कोना संभावनाओं से भरा हुआ है।

निजी क्षेत्र के लिए खुला स्पेस सेक्टर

पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने स्पेस सेक्टर को निजी कंपनियों के लिए भी खोल दिया है। आज देश में 350 से अधिक स्पेस स्टार्टअप सक्रिय हैं, जबकि 10 साल पहले एक भी निजी कंपनी इस क्षेत्र में नहीं थी। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।

म्यांमार में ऑपरेशन ब्रह्मा

प्रधानमंत्री ने म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ब्रह्मा का जिक्र किया। इस ऑपरेशन के तहत मलबे में फंसे लोगों की मदद के लिए भारतीय राहत दल सक्रिय किया गया। मोदी ने कहा कि भारत हमेशा मानवीय सहायता के लिए तैयार रहता है।

अफ्रीका के बच्चों के लिए भारतीयों का बड़ा योगदान

पीएम मोदी ने अफ्रीका के इथोपिया में भारतीय प्रवासियों द्वारा किए जा रहे एक सराहनीय प्रयास का उल्लेख किया। वहां भारतीय समुदाय ने जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को भारत लाकर मुफ्त इलाज का इंतजाम किया है। उन्होंने इसे भारतीय मूल्यों और संवेदनशीलता का प्रतीक बताया।

आपदा प्रबंधन में सचेत APP

प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सचेत मोबाइल एप्लिकेशन का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह ऐप क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी देता है और लोगों को आपात स्थितियों में सतर्क करता है।

एक पेड़ मां के नाम अभियान का जिक्र

मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की सफलता पर खुशी जताई। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत एक साल में देशभर में 140 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। पीएम ने सभी देशवासियों से पर्यावरण संरक्षण में भागीदारी का आह्वान किया।

खेती में नवाचार की सराहना

प्रधानमंत्री ने खेती में हो रहे प्रयोगों की भी तारीफ की। उन्होंने कर्नाटक के श्री शैल तेली द्वारा मैदानों में सेब उगाने, केरल के वायनाड में एरोपोनिक्स तकनीक से केसर उत्पादन और दक्षिण भारत में लीची की खेती के प्रयासों को प्रेरणादायक उदाहरण बताया।

वहीं, इतिहास की ओर लौटते हुए पीएम मोदी ने 1917 के चंपारण सत्याग्रह का स्मरण किया। उन्होंने इसे बापू का भारत में पहला बड़ा प्रयोग बताया और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की भूमिका को सराहा। साथ ही युवाओं को डॉ. प्रसाद की किताब ‘सत्याग्रह इन चंपारण’ पढ़ने की सलाह दी।

22 भारतीय भाषाओं में प्रसारित होता है ‘मन की बात’

प्रधानमंत्री ने बताया कि ‘मन की बात’ आज 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित होता है। कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों से होता है। पहले एपिसोड की समयसीमा 14 मिनट थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया।

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