
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शनिवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट हो गया। हादसे में 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि, पूरी बिल्डिंग ढह गई और शवों के टुकड़े 100-150 मीटर दूर तक बिखर गए। घटना देवबंद थाना क्षेत्र के निहालखेड़ी गांव की है।
फैक्ट्री के अंदर थे कई मजदूर
विस्फोट के समय फैक्ट्री में 10 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी और धरती कांप उठी, जैसे भूकंप आया हो। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है, जिनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
फैक्ट्री पर अवैध संचालन का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि, यह अवैध पटाखा फैक्ट्री थी। हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाईवे पर जाम लगा दिया। उनका आरोप है कि, प्रशासन की लापरवाही और लाइसेंस से ज्यादा बारूद रखने के कारण यह हादसा हुआ।
विस्फोट से पहले निकल गया था मालिक फैक्ट्री
ग्रामीणों ने बताया कि, हादसे से ठीक 10 मिनट पहले फैक्ट्री का मालिक अचानक चला गया था। जिससे साजिश की आशंका भी जताई जा रही है। वहीं हादसे के तुरंत बाद मालिक फरार हो गया है।
चश्मदीदों की दर्दनाक कहानी
एक पिता मौके पर पहुंचकर अपने बेटे की तलाश करता रहा, फिर सड़क पर बैठकर रोने लगा और बोला, “मेरे बेटे, एक बार शक्ल तो दिखा दो।”
एक अन्य चश्मदीद ने कहा, “यह सिर्फ धमाका नहीं था, बल्कि ऐसा लगा जैसे किसी ने शरीर के टुकड़े उड़ाकर फेंक दिए हों।”
पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद
डीएम मनीष बंसल और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है, और विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां भी आग पर काबू पाने के लिए मौके पर मौजूद हैं।
बड़ी लापरवाही या साजिश?
इस हादसे ने प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रशासन लाइसेंस और बारूद की मात्रा की जांच कर रहा है।
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