
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में शुक्रवार सुबह एक राइस मिल में बड़ा हादसा हो गया। दरगाह थाना क्षेत्र के राजगढ़िया इलाके में स्थित विनोद नामक व्यक्ति की राइस मिल में ड्रायर फट गया, जिससे आग लग गई और मिल के अंदर तेजी से धुआं भरने लगा। हादसे के समय मिल में 15-17 मजदूर काम कर रहे थे। कुछ ही मिनटों में हालात ऐसे बने कि कई मजदूर दम घुटने से बेहोश होकर जमीन पर गिरने लगे।
लोगों की चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण
घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर दौड़े और सभी मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश की। मजदूरों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। तीन अन्य को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मृतकों में कन्नौज के गफ्फार अली (40), बबलू (28), राजनेश (35), श्रावस्ती के हूर (50) और बिहार के बिट्टू शाह (30) शामिल हैं।
जिंदा बचा मजदूर बोला- मैं जान बचाकर भागा
हादसे के वक्त मौके पर मौजूद श्रावस्ती निवासी मजदूर लवकुश ने बताया, “हम लोग धान सुखा रहे थे तभी अचानक ड्रायर फट गया और मिल में आग लग गई। अंदर धुआं भर गया। मजदूर एक-एक कर बेहोश होने लगे। मैं जान बचाकर बाहर भागा और आसपास के लोगों को बुलाया, तभी जाकर बाकी लोगों को निकाला गया।”
डीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर
हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह मौके पर पहुंचे। डीएम ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर इलाज की स्थिति का जायजा लिया और घटना की जांच एसडीएम को सौंप दी है। वहीं, एसपी ने कहा कि प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत की बात सामने आई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। फायर डिपार्टमेंट भी जांच में जुटा है। अगर किसी की लापरवाही सामने आई, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
CM योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों को तुरंत बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाए।
फैक्ट्री सुरक्षा मानकों पर फिर सवाल
यह हादसा एक बार फिर फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की ओर इशारा करता है। मजदूरों की सुरक्षा के लिए जरूरी संसाधनों की कमी और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए कोई योजना न होना इस दुखद घटना का कारण बना। प्रशासन और श्रम विभाग के लिए यह चेतावनी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
ये भी पढ़ें- भारत ने स्थगित की सिंधु जल संधि, देर रात पाकिस्तान को भेजा लेटर, कहा- सीमा पार से जारी है आतंकवाद…!