
विदेश मंत्री एस. जयशंकर 20 जनवरी को अमेरिका के दौरे पर जाएंगे। वे नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के प्रतिनिधि बनकर शामिल होंगे। अमेरिका ने भारत को इसके लिए एक फॉर्मल निमंत्रण दिया है, जिसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने X पर पोस्ट करते हुए दी। दौरे के दौरान जयशंकर ट्रंप प्रशासन के मंत्रियों और अन्य देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए ट्रंप ने जुटाए 1400 करोड़
20 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में दोपहर 12 बजे ट्रंप का शपथ ग्रहण होगा। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स उनको शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण में ट्रंप के साथ जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद की शपथ भी दिलाई जाएगी, हालांकि आमतौर पर उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति से पहले शपथ दिलाई जाती है।
ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए करीब 170 मिलियन डॉलर (लगभग 1400 करोड़ रुपए) जुटाए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस आयोजन के लिए टेक कंपनियों और बड़े दानदाताओं ने मदद की है। इसके साथ ट्रंप की टीम आयोजन से पहले 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1700 करोड़ रुपए) जुटाने की कोशिश कर रही है।
सजा पाने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में सजा पाने वाले पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्हें 10 दिसंबर को पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप कराने के मामले में 34 आरोपों पर सजा सुनाई गई। हालांकि, न्यूयॉर्क की मैनहट्टन कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने के बजाय बिना शर्त बरी कर दिया। ट्रंप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए और सजा सुनाते वक्त कोर्ट रूम में 4 बड़ी स्क्रीन पर दिखे। जज ने उनके दूसरे कार्यकाल की सफलता की कामना की। यह सजा केवल सांकेतिक है, जिसमें न तो जेल होगी और न जुर्माना, लेकिन ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ अपराधी के रूप में लेंगे।
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