
पंचकूला। हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। नायब सैनी ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। पंचकूला में बुधवार को हुई भाजपा की मीटिंग में उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया। सैनी के नाम का प्रस्ताव पूर्व गृह मंत्री अनिल विज और विधायक कृष्ण बेदी ने रखा। जिस पर सभी विधायकों ने सहमति जताई। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी ऑब्जर्वर के तौर पर मौजूद रहे। वहीं गुरुवार (17 अक्टूबर) को हरियाणा में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
कल लेंगे शपथ
बैठक में नाम पर मुहर लगने के बाद नायब सैनी ने अमित शाह के साथ राजभवन जाकर गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। कल (17 अक्टूबर) को 11 बजे पंचकूला के शालीमार ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें PM नरेंद्र मोदी समेत भाजपा और NDA के सहयोगी दलों के शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत 37 नेता मौजूद रहेंगे।
भाजपा ने 48 सीटों पर किया कब्जा
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे मंगलवार को सामने आ चुके हैं। भाजपा ने 48 सीट जीतकर अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि हासिल की। भाजपा को मिली सीटों की संख्या कांग्रेस की संख्या से 11 अधिक है। वहीं जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसी पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को सिर्फ दो सीट ही मिल पाईं। आप ने हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था।
सैनी का “नायब” से “सदर” बनने का सफर
नायब सिंह सैनी 25 जनवरी 1970 को अंबाला के गांव मिर्जापुर माजरा में जन्मे थे। उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बीआर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से LLB की डिग्री ली। इसके बाद राजनीति में उतरे। सैनी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। नायब सिंह को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का करीबी माना जाता है और सरकार में सीएम बनने से पहले उनका रूतबा नायब (डिप्टी) सीएम जैसा था। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर बीजेपी के साथ 1996 से बतौर युवा कार्यकर्ता के तौर पर शुरू किया। 2002 में वे युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) अंबाला से जिला महामंत्री बने। 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का पद भी संभाला। 2009 में उन्हें बीजेपी के किसान मोर्चा में प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी मिली। 2012 में वह जिलाध्यक्ष बने और 2014 में नायब नारायण गढ़ विधानसभा से विधायक बने। 2016 में वे हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे।
मंत्री और सांसद भी रहे
2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से उतारा। नायब सैनी यहां से जीतकर पहली बार सांसद बने। पार्टी ने जाट समुदाय से आने वाले ओमप्रकाश धनखड़ को हटाकर 27 अक्टूबर 2023 को नायब सैनी को हरियाणा BJP का अध्यक्ष बनाया था। और प्रदेश अध्यक्ष बनने के पांच महीने बाद उन्होंने सीधे सीएम पद की शपथ ले ली। अपने 28 साल के राजनीतिक करियर में नायब अब एक ऐसी मिसाल बन गए हैं जिसने सिय़ासी सफलता के नए प्रतिमान गढ़े हैं। वे अब बीजेपी के उन मुख्यमंत्रियों की जमात का हिस्सा बन गए हैं जो पार्टी द्वारा कई गुना ज्यादा अनुभवी नेताओं को दरकिनार करने के बाद अपने सूबे के सदर बने हैं।
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