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द्रोण देसाई का करिश्मा, 498 रनों की धुआंधार पारी खेलने के बाद भी दिल में रह गई कसक

गांधीनगर। गुजरात के उभरते युवा क्रिकेटर द्रोण देसाई ने दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टी डे टूर्नामेंट में अपनी अविश्वसनीय बल्लेबाजी से तहलका मचा दिया। 18 वर्षीय बल्लेबाज ने सेंट जेवियर्स (लोयोला) की ओर से खेलते हुए 498 रन की विशाल पारी खेलकर खुद को अनोखे रिकॉर्ड बुक में शामिल करा लिया। इतना बड़ा स्कोर बनाने वाले वो देश के 6वें बल्लेबाज बन गए हैं। हालांकि 500 रन का आंकड़ा न छू पाने के कारण वह निराश भी हैं।

गुजरात अंडर-14 से अंडर-19 तक का सफर

गुजरात अंडर-14 टीम से खेलते हुए द्रोण देसाई पहले भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं और अब अंडर-19 में भी वह अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित कर रहे हैं। 498 रन की इस पारी ने उन्हें एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस अद्भुत प्रदर्शन के बाद द्रोण ने कहा, “मेरे पिता को हमेशा मुझ पर भरोसा था कि मैं एक अच्छा क्रिकेटर बनूंगा। उन्होंने मेरी क्षमता को पहचाना और जयप्रकाश पटेल सर से मिलवाया। उनके मार्गदर्शन में ही मैंने क्रिकेट की बारीकियां सीखी हैं।”

द्रोण ने इस मैच में 320 गेंदों का सामना कर 86 चौके और 7 छक्के जड़ते हुए यह कीर्तिमान स्थापित किया। यह टूर्नामेंट सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट अहमदाबाद की ओर से हर साल आयोजित किया जाता है। द्रोण ने बताया कि वो क्रिकेट को लेकर इतने समर्पित हैं कि 8वीं से 12वीं कक्षा तक सिर्फ परीक्षाओं में ही शामिल होते थे क्योंकि उनका पूरा ध्यान हमेशा सिर्फ क्रिकेट पर रहता है। आज उसी समर्पण का नतीजा आप सब के सामने है।

ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाले 6वें बल्लेबाज बने

द्रोण देसाई की इस शानदार पारी ने उन्हें भारतीय स्कूल क्रिकेट के इतिहास में एक खास जगह दिलाई है। बता दें, वह देश के छठे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने एक पारी में 400 से ज्यादा का स्कोर किया है। उनसे पहले प्रणव धनावड़े (नाबाद 1009), पृथ्वी शॉ (546), डॉ. हवेवाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) ऐसा कारनामा कर चुके हैं।

सचिन तेंदुलकर को बताया आइडल

द्रोण देसाई ने खुद को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा फैन बताया है। वह सचिन के स्ट्रेट ड्राइव शॉट के मुरीद हैं।

भविष्य में अंडर-19 टीम पर नजर

गुजरात के इस युवा खिलाड़ी का क्रिकेट सफर सात साल की उम्र में शुरू हुआ था। द्रोण अब अंडर-19 टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। द्रोण का यह ऐतिहासिक स्कोर उनके करियर में मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह उन्हें गुजरात अंडर 19 टीम में स्थान दिलाने में मदद कर सकता है।

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