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तिब्बत समस्या के शांतिपूर्ण हल के लिए अमेरिका ने बनाया कानून

दलाई लामा के साथ बिना किसी शर्त फिर बातचीत शुरू करे चीन

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तिब्बत के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने और इस हिमालयी क्षेत्र के दर्जे व शासन से संबंधित विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चीन और दलाई लामा के बीच संवाद को बढ़ावा देने संबंधी एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है। चीन ने रिजॉल्व तिब्बत एक्ट का विरोध करते हुए इसे अस्थिरता पैदा करने वाला कानून बताया था। पिछले साल फरवरी में प्रतिनिधि सभा ने जबकि मई में सीनेट ने इस विधेयक को मंजूरी दी थी।

बाइडेन ने शुक्रवार देर रात जारी एक बयान में कहा, आज, मैंने एस. 138, तिब्बत-चीन विवाद समाधान को बढ़ावा देने वाला अधिनियम पर हस्ताक्षर किए हैं। मैं तिब्बतियों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी विशिष्ट भाषाई, सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत को संरक्षित करने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए संसद के दोनों सदनों की प्रतिबद्धता को साझा करता हूं। बाइडेन ने कहा, मेरा प्रशासन पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से दलाई लामा या उनके प्रतिनिधियों के साथ बिना किसी पूर्व शर्त के सीधी बातचीत फिर से शुरू करने का आह्वान करता रहेगा।

सुविधा: होनहार विदेशी छात्रों के लिए संसद में विधेयक पेश

अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के सदस्य थानेदार ने एच-1बी वीजा की उपलब्धता बढ़ाकर होनहार विदेशी छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में रहने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक विधेयक पेश किया है। एच-1बी वीजा की भारतीय आईटी पेशेवरों द्वारा सर्वाधिक मांग है। डेमोक्रेटिक पार्टी के थानेदार ने कहा, एक आप्रवासी के तौर पर, अमेरिका में शिक्षा के अवसरों ने मुझे हर मौका दिया और मैं देश में हमारे सबसे प्रतिभाशाली छात्रों को रखने के महत्व को समझता हूं। स्टेम स्नातकों को अमेरिका में बनाए रखने संबंधी अधिनियम एच-1बी वीजा प्रक्रिया में सुधार का प्रस्ताव करता है तथा प्रत्येक वर्ष उपलब्ध वीजा की संख्या बढ़ाता है, ताकि हमारे उद्योग और अर्थव्यवस्था में योगदान देने में सक्षम व्यक्तियों के लिए अमेरिका में रहना अधिक आसान हो सके।

संकट: दानदाताओं ने बाइडेन की 9 करोड़ डॉलर की फंडिंग रोकी

राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे बड़ी बाइडेन समर्थक राजनीतिक कार्रवाई समिति फ्यूचर फॉरवर्ड को जानकारी दी गई कि अगर बाइडेन चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी को 90 मिलियन डॉलर की फंडिंग रुक जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जून के अंत में ट्रंप के साथ डिबेट में बाइडेन का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इसके बाद डेमोक्रेटिक दानदाताओं की ओर से फ्यू चर फॉरवर्ड को दिए जाने वाले अभियान योगदान को रोक लिया गया है। बाइडेन के खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी में निराशा देखी जा रही है। बाइडेन भी मान चुके हैं कि उनकी डिबेट बेहद खराब थी। इसके बाद से वह इंटरव्यू और पब्लिक रैली कर रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ पार्टी के अंदर गुस्सा कम होता नहीं दिख रहा है। बाइडेन की पार्टी के कई सदस्य उन्हें उम्मीदवारी छोड़ने के लिए कह चुके हैं। पूर्व राष्ट्रपति बराक औबामा और पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी ने बाइडेन की उम्मीदवारी को लेकर आपस में बातचीत की। बाइडेन ने कहा है कि उनके निर्वाचक राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाए रखने या हटाने का निर्णय अपने विवेक के आधार पर ले सकते हैं।

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