
शाहिद खान-भोपाल। राजधानी में बावड़िया कलां और सुभाष नगर आरओबी को बने अभी पांच साल भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इनकी सड़कें उधड़ने लगी हैं। कंस्ट्रक्शन एजेंसियों से हुए करार के मुताबिक ये ब्रिज अभी गारंटी पीरियड में हैं और मेंटेनेंस का जिम्मा एजेंसी का है, बावजूद मेंटेनेंस नहीं हो रहा। यही हाल करोंद मंडी आरओबी का है। इसकी मरम्मत पर पीडब्ल्यूडी ध्यान नहीं दे रहा। नतीजा ब्रिज में गड्ढे हो गए हैं और सरिए बाहर निकल आए हैं। दोनों ब्रिज से 6 लाख से अधिक आबादी रोजाना आवाजाही करती है। पीपुल्स संवाददाता ने बुधवार को बावड़िया कलां और करोंद सब्जी मंडी आरओबी का जायजा लिया।
एजेंसियों में तालमेल की कमी
जानकारी के अनुसार, आरओबी का मेंटेनेंस न होने की वजह जिम्मेदार एजेंसियों के बीच तालमेल न होना है। आरओबी के रेलवे ट्रैक के ऊपर वाले हिस्से को रेलवे ने बनवाया है, जबकि एप्रोच रोड डालने का काम पीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया है। ब्रिज के सड़कों में गड्ढे होने पर इसके मेंटेनेंस के लिए दोनों ही विभाग टालमटोली करते हैं। बावड़िया कलां और सुभाष नगर आरओबी अभी गारंटी पीरियड में हैं। इसके बावजूद बीते तीन महीने से इन गड्ढों की मरम्मत नहीं की गई।
दोनों किनारों सहित बीच में हो गए हैं गड्ढे
जानकारी के अनुसार, बावड़िया कला आरओबी करीब चार साल पहले ही आवागमन के लिए खोला गया था। इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा करवाया गया था। इस आरओबी के बनने से कोलार, शाहपुरा, रोहित नगर, बावड़िया कलां सहित कई इलाके के लोग होशंगाबाद रोड की ओर जाने और आने के लिए करते हैं। करीब दो लाख की आबादी रोजाना इस पुल से आना-जाना करती है। इस आरओबी पर दोनो किनारों सहित बीच के हिस्से में सड़क उखड़ गई है, जिससे गड्ढे हो गए हैं और सरिये बाहर निकल आए हैं। इस सरिये की वजह से विशेषकर बारिश के दौरान कई बार दो पहिया वाहन चालक स्लिप हो जाते हैं।
गड्ढों से बचने लोगों ने भर दिए पेविंग ब्लॉक
करोंद सब्जीमंडी रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री, जेपी नगर तिराहे से शुरू होता है और सब्जी मंडी के गेट के सामने खत्म होता है। इसकी लंबाई 300 मीटर से अधिक है। इस आरओबी का निर्माण 2016-17 में पीडब्ल्यूडी द्वारा कराया गया था। इस आरओबी के बनने से भानपुर, करोंद, छोला, अयोध्या बायपास आदि इलाकों के लोगों को काफी सहूलियत हो गई है। एक अनुमान के अनुसार रोजाना करीब चार लाख लोग आवागमन करते हैं। पीपुल्स संवाददाता की पड़ताल में सामने आया कि इस आरओबी की सड़क खराब हालत में है। मंडी साइड वाली एप्रोच रोड के साथ ही इसके ऊपरी हिस्से में करीब आधा दर्जन बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। कुछ स्थानों पर सरिये भी बाहर निकल आए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत पीडब्ल्यूडी से की गई थी। मेंटेनेंस नहीं हुआ तो लोगों ने खुद ही इन गड्ढों में पेविंग ब्लॉक्स डाल दिए। हालांकि इससे भी हादसे की आशंका बनी रहती है।
ब्रिज बनने के एक साल में ही सड़क उखड़ने लगी थी। अब हालत ज्यादा खराब है। बारिश में इस ब्रिज में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। हादसे का डर रहता है। -ब्रजेश ठाकुर, बावड़ियाकलां
करोंद मंडी के सामने ब्रिज पर बड़े-बड़े गड़ढे हैं। आए दिन दो पहिया वाहन चालक गिरते रहते थे, तो लोगों ने यहां पेविंग ब्लॉक डाल दिए। -आतिफ खान, करोंद
बावड़िया कलां आरओबी का घटिया निर्माण किया गया है। यहां बिना बारिश के ही गड्ढे हो जाते हैं। बारिश में तो स्थिति और भी खराब हो जाती है। अभी एक-दो गड्ढे दिखाई दे रहे हैं, बारिश में दर्जनों गड्ढे नजर आएंगे। ब्रिज का मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है। -विजय बहादुर, बावड़ियाकलां
करोंद सब्जी मंडी, बावड़िया कलां आरओबी पर बारिश में जहां भी गड्ढे हुए होंगे, उसकी जांच की जाएगी। इसके साथ ही मेंटेनेंस वर्क भी करेंगे। -जावेद शकील, कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी