
अशोक गौतम-भोपाल। राज्य सरकार प्रदेश के भोपाल, इंदौर जबलपुर ग्वालियर सहित 6 शहरों में आईटी पार्क बनाएगी। ये आईटी पार्क अन्य पार्कों से कुछ हटकर बनाए जाएंगे। ये नए पार्क नेट कनेक्टिविटी, कुर्सी-टेबल, कंप्यूटर, बिजली, एसी, पंखा के साथ पूरी तरह से वेल फर्निशड होंगे। इंदौर में आईटी पार्क अब फुल हो चुका है, यहां नया आईटी पार्क बनाया जाएगा। उद्योग विभाग भोपाल, इंदौर,जबलपुर, ग्वालियर, सतना, रीवा, उज्जैन में आईटी पार्क बनाने के लिए जमीन तलाश रहा है। ये पार्क एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और एक्सप्रेस-वे के पास बनाए जाएंगे। जिससे कर्मचारियों आने-जाने में परेशानी न हो।
कंपनियों को ऑफर देगी सरकार
सरकार आईटी कंपनियों को यहां उद्योग लगाने के लिए तमाम तरह के ऑफर देगी। अन्य राज्यों की तुलना में उन्हें यहां कम लीज पर भवन उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं उद्योग विभाग के अधिकारी उन राज्यों का भ्रमण करेंगे, जहां आईटी कंपनियां ज्यादा है। वहां अधिकारी इस बात का अध्ययन करेंगे कि वहां की सरकार इन कंपनियों को क्या-क्या सुविधाएं, संसाधन और टैक्स में छूट प्रदान करती हैं।
टाउन शिप डेवलप करेंगे
औद्योगिक क्षेत्रों के आस-पास टाउन शिप डेवलप की जाएगी। इन्हें पूरी तरह से पीपीपी मोड पर कॉलेज, स्कूल, अस्पताल, मॉल, बाजार, मनोरंजन, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इन क्षेत्रों को शहर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां बिल्डरों को निवेश करने के लिए के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे यह फायदा होगा कि उद्योगों में काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और कामगारों को रहने के लिए दूर-दूर तक नहीं आना-जाना करना पड़ेगा। अगर कोई कंपनी आवंटन के बाद उद्योग शुरू नहीं करती तो तुरंत दूसरे को जमीन दे दी जाएगी।
सरकार बनाएगी इंडस्ट्री पॉलिसी
सरकार इंडस्ट्री पॉलिसी तैयार कर रही है। इसमें जिस उद्योग में जितने ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा, उन्हें उतना ही ज्यादा टैक्स सहित अन्य मामलों में छूट दी जाएगी। इसके अलावा छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने पर भी काम किया जाएगा। जमीन लेकर उनमें समय सीमा के अंदर उद्योग संचालित नहीं करने पर करने लीज निरस्त की जाएगी।
हम कर रहे हैं तैयारी
कारपोरेशन कुछ नए आईटी पार्क बनाने की तैयारी कर रहा है। इन पार्कों में पहले दिन से कारोबार शुरू करने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन पार्कों से आईटी कंपनियों और आईटी कारोबार शुरू करने वाले युवाओं को मदद मिलेगी। -चंदमौली शुक्ला, एमडी, मप्र स्टेट इंडस्ट्री डेवलपमेंट कारपोरेशन