
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मामले में मुख्य आरोपी और सेवादार देव प्रकाश मधुकर ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के एक अस्पताल में पुलिस के सामने सरेंडर किया। यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम रखा था। भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने कहा- देव प्रकाश हार्ट का मरीज है। तबीयत ठीक नहीं थी।
हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने दिल्ली से मधुकर की गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि उसे आज कोर्ट में पेश करने के लिए हाथरस लाया जा रहा है।
मधुकर के साथ कुछ गलत नहीं होना चाहिए – वकील
हाथरस भगदड़ की घटना पर अधिवक्ता एपी सिंह ने कहा- हाथरस मामले में FIR में नामजद देव प्रकाश मधुकर ने SIT, STF और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है, देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आयोजक बताया गया था। मेरा वादा था कि हम कोई अग्रिम जमानत नहीं लेंगे, कोई अर्जी नहीं देंगे और किसी कोर्ट में नहीं जाएंगे, क्योंकि हमने क्या किया है ? हमारा अपराध क्या है ? हमने आपसे कहा था कि हम देव प्रकाश मधुकर को सरेंडर करेंगे, पुलिस के सामने ले जाएंगे, उससे पूछताछ करेंगे, जांच में हिस्सा लेंगे, पूछताछ में हिस्सा लेंगे, हमने उसे एसआईटी और उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया है। अब पूरी जांच हो सकती है। उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाना चाहिए, वह दिल का मरीज है और उसके साथ कुछ गलत नहीं होना चाहिए।
देखें VIDEO – https://x.com/ANI/status/1809320343879987685
कोई भी उपद्रवी बख्शा नहीं जाएगा – भोले बाबा
हाथरस मामले में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि 2 जुलाई की घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं। भगवान हमें यह दर्द सहने की शक्ति दे। कृपया सरकार एवं प्रशासन पर विश्वास बनाए रखें। मुझे विश्वास है कि अराजकता फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है।
देखें VIDEO – https://x.com/ANI/status/1809409854949429586
अब तक गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- देव प्रकाश मधुकर, हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी और सेवादार
- राम लड़ैते पुत्र रहबारी सिंह यादव, निवासी भानपुरा थाना कुरावली जनपद, मैनपुरी
- उपेन्द्र सिंह यादव पुत्र रामेश्वर सिंह, निवासी बाईपास एटा रोड थाना, शिकोहाबाद
- मेघ सिंह पुत्र9 हुकुम सिंह, निवासी मौ दमदपुरा थाना सिकंदराराऊ, हाथरस
- मंजू यादव पत्नी सुशील कुमार, निवासी कचौरा थाना सिकंदराराऊ, हाथरस
- मुकेश कुमार पुत्र मोहर सिंह प्रेमी, निवासी न्यू कॉलोनी दमदपुरा थाना सिकंदराराऊ, हाथरस
- मंजू देवी पत्नी किशन कुमार यादव, निवासी कचौरा थाना सिकंदराराऊ, हाथरस
चरणों की धूल लेने टूटी भीड़ और भगदड़ मची
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ मचने की असल वजह बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए लोग टूट पड़े थे। भोले बाबा जब निकले, तो चरण रज लेने के लिए महिलाएं टूट पड़ीं। भीड़ हटाने के लिए वॉलंटियर्स ने वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। बचने के लिए भीड़ इधर-उधर भागने लगी और भगदड़ मच गई। लोग फिसले और जमीन पर गिरे, फिर एक-दूसरे को रौंदते हुए निकल गए।
भोले बाबा पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप
भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल है। बता दें कि वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। पढ़ाई के बाद UP पुलिस में नौकरी लग गई। UP के 12 थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में सूरज पाल की तैनाती रही। नौकरी के दौरान उसके खिलाफ यौन शोषण का मुकदमा दर्ज होने के बाद उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया।
जेल से छूटने के बाद उसने अपना नाम नारायण हरि उर्फ साकार विश्वहरि रख लिया और प्रवचन देना शुरू किया। बाबा ने ‘सत्संग’ करना शुरू कर दिया तो लोग उसे भोले बाबा कहने लगे। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा की कोई संतान नहीं है। सत्संग में बाबा की पत्नी भी साथ रहती हैं। बहादुर नगर में आश्रम स्थापित करने के बाद भोले बाबा की प्रसिद्धि गरीबों और वंचित वर्गों के बीच तेजी से बढ़ी और लाखों लोग अनुयायी बन गए।