
हर्षित चौरसिया जबलपुर प्रदेश में कूनो के बाद अब गांधी सागर सेंक्चुरी में चीतों को बसाने की तैयारी तेजी से चल रही है। मंदसौर और नीमच जिले की उत्तरी सीमा पर स्थित गांधी सागर वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में चीतों के आने से पहले गांधी सागर सेंक्चुरी से तेंदुओं को उस रेंज से बाहर किया जा रहा है। गौरतलब है कि सेंक्चुरी में चीतों को लाए जाने के लिए करीब 70-80 प्रतिशत तक का काम पूरा हो चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि दिसम्बर 2024 तक यहां पर चीतों को शिμट कर दिया जाएगा। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सेंक्चुरी में करीब 22 तेंदुए चिन्हित किए गए हैं और इनमें से चार तेंदुओं को सेंक्चुरी के डेम के दूसरी तरफ सफलतापूर्वक शिμट कर दिया गया है। वेस्ट लैंड से ईस्ट लैंड यानि डेम के दूसरी तरफ इन तेंदुओं को छोड़ा गया है ताकि वे वापसी न कर सकें। 18 तेंदुओं को शिμट करने के लिए करीब 40 से ज्यादा स्थानों पर केज लगाए गए हैं। 68 वर्ग किलोमीटर की बनाई रेंज : विभाग के मुताबिक गांधी सागर सेंक्चुरी का एरिया 368 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से चीतों के लिए 68 वर्ग किमी की रेंज बनाई है। इसमें ही चीतों की बसाहट के लिए तैयारी की जा रही है।
नौरादेही में भी जाएंगे तेंदुए
गांधी सागर सेंचुरी से तेंदुओं को दूसरी जगह शिμट किए जाने को लेकर वन विभाग नौरादेही, रातापानी सहित अन्य सेंचुरी और जंगलों की रिपोर्ट वनमंडल अधिकारियों से मंगा रहा है। इसके मुताबिक प्रदेश की अलग-अलग सेंचुरी में तेंदुओं को भेज दिया जाएगा।
4 को दूसरी जगह भेजा गया
केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक यहां पर चीतों को शिμट किया जाना है। गाइड लाइन के अनुसार जिस रेंज में चीते रहेंगे वहां से तेंदुओं को दूसरी जगह शिμट किया जा रहा है। 22 में से 4 को केज के माध्यम से पकड़कर दूसरी जगह भेजा गया है। अतुल श्रीवास्तव, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ, मप्र