
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल दुनिया में 60 करोड़ लोग दुषित खाना खाने से बीमार हो जाते हैं। तकरीबन 4 लाख 20 हजार लोग इससे अपनी जान भी गंवा देते हैं। कईयों के कई साल दुषित खाना खाने से बीमार होने के चलते बर्बाद हो जाते हैं। अब डब्ल्यूएचओ ने खाना तैयार करने और उसे खाने को लेकर कुछ आसान गाइलाइन्स जारी की हैं ताकि खाद्य जनित बीमारियों का खतरा कम किया जा सके। इन्हीं गाइडलाइन्स में से एक है कि खाना पकाने के तुरंत बाद खा लेना चाहिए। खाना पकाने के दौरान उसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। अगर आप पके हुए खाने को 5 से 60 डिग्री से. तक ठंडा होने के लिए रख देते हैं तो उसमें फिर से बैक्टेरिया का ग्रोथ होने लगता है।
देर करने से भोजन की हेल्थ वैल्यू हो जाती है कम
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ न्यूट्रीशन्स , विटामिन्स हीट, हवा और प्रकाश के लंबे लंबे समय तक संपर्क में रहने को लेकर सेंसिटिव होते हैं। पके हुए भोजन को काफी देर में खाने पर इनकी हानि होने की संभावना रहती है। इससे उस पके हुए भोजन ती हेल्थ वैल्यू कम हो जाती है।
स्वाद में भी आती है कमी
अगर आप पके हुए खाने को ठंडा होने के लिए छोड़ देते हैं। फिर बाद में खाते हैं तो इसके स्वाद में भी फ्रेश फूड के मुकाबले काफी कमी आती है। अगर आप दोबारा इसे गरम करके भी खाते हैं तो भी पहले वाला μलेवर और टेस्ट खाने से गायब नजर आता है। वहीं, कुछ कुकिंग मेथड खाना पकाते वक्त केमिकल रिएक्शन को ट्रिगर करते हैं। यह खाना जब बन जाता है उसके बाद भी जारी रहता है। ऐसे में पके हुए खाने को देर में खाने के बाद अल्ट्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए खाना पकने के बाद खा लेना चाहिए।