
ललित मोरवाल-इंदौर। पर्यावरण सुधार को लेकर नगर निगम ने एक कदम और बढ़ा दिया है। विकास में बाधक बनने वाले 1,400 पेड़ों का शिफ्ट किया जाएगा। पहली बार स्मार्ट सिटी कंपनी इस पर काम कर रही है। ट्री शिफ्टिंग के लिए सिरपुर, यशवंत सागर, बायपास और रिंगरोड का चयन किया गया है। वर्तमान में यह काम बगीचों व खुले स्थानों पर किया जाता है, जिससे गणना में दिक्कत आती है। इंदौर विकास प्राधिकरण ने पांच फ्लायओवर बनाने के लिए कई हरे पेड़ों को शिफ्ट किया था।
खजराना से कनाड़िया पहुंच मार्ग में भी 40 से अधिक पेड़ बाधक थे। आगामी दिनों में मेट्रो ट्रेन, सड़क, ब्रिज, शासकीय भवन के निर्माण लिए 1400 पेड़ चिह्नित किए गए हैं। इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना है। एक ही स्थान पर पेड़ों की शिफ्टिंग होने से निगम का खर्च भी बचेगा। वर्तमान में बार-बार शिफ्टिंग मशीन का उपयोग करना पड़ता है, जिससे खर्च के साथ समय भी लगता है। एक-दो पेड़ शिफ्ट करने में अपेक्षाकृत खर्च अधिक लगता है।
इसलिए किया चयन
- सिरपुर तालाब पर्यटन स्थल है। पक्षी विहार भी लोगों को लुभाता हैं। तालाब के चारों ओर हरियाली बढ़ाने के लिए पेड़ों को शिफ्ट कर वहां बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी।
- यशवंत सागर तालाब भी पर्यटन स्थल है। यह जीवनदायिनी भी है। सुरक्षा और बेहतर पर्यावरण के लिए यहां पेड़ शिफ्ट किए जाएंगे।
अब तक निगम बगीचों, खुले मैदान, सड़कों के किनारों पर कुछ पेड़ों को ही शिफ्ट करता था। नई योजना में एक ही स्थान पर बड़ी मात्रा में पेड़ों को नए सिरे से शिफ्ट करने की योजना प्रस्तावित है। -दिव्यांक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट