
गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं और कई लोग अपनी पसंदीदा जगहों पर घूमने की तैयारी कर चुके हैं, लेकिन किसी जगह पर घूमने-फिरने से पहले लोग अब यूट्यूब पर ट्रैवेलॉग और ट्रैवल-टूरिज्म वीडियो देखते हैं, ताकि उन जगहों का अच्छा- खासा अंदाजा हो जाए। कई यूट्यूबर्स इस बारे में रेगुलर अपडेटेड वीडियो बनाते हैं, जिसमें वे खुद ट्रैवल करके हर उस जगह को एक्सप्लोर करके आॅडियंस तक पहुंचाते हैं, जहां वे पहुंचना चाहते हैं। वहीं जो लोग घूमने-फिरने नहीं जा पाते वे इन वीडियो को देखकर ही उन जगहों को महसूस करते हैं, जो कि भविष्य में उनके ट्रैवल प्लान में शामिल हैं।
मैंने अजंता-एलोरा के बारे में सुना तो था, लेकिन जब मैंने ट्रैवल ब्लॉगर्स को इन जगहों पर घूमते हुए और एक-एक लोकेशन की जानकारी देते हुए देखा तो तय कर लिया कि मैं भी यहां जरूर घूमने जाउंगा। वर्चुअली घूमने के बाद मुझे पता चला कि आसपास और भी बहुत सारी लोकेशंस हैं जो कि तीन दिन में कवर की जा सकती हैं। इसका फायदा यह हो जाता है कि बहुत सारी चीजों की जानकारी पहले ही मिल जाती है। -रोहित गुप्ता, आईटी प्रोफेशनल
मैं हाल ही में ओडिशा घूमने गया था क्योंकि मैं पिछले एक साल से वर्चुअली ओडिशा टूरिज्म को फॉलो कर रहा था, तो वहां की कुदरती खूबसूरती, जगन्नाथ मंदिर, समुद्र के किनारे देखकर वहां जाने का मन करने लगा। मैंने काफी ट्रैवलर्स के वीडियोज देखे तो ट्रिप काफी आसान हो गई, क्योंकि होटल, बजट, लोकल शॉपिंग सभी की सही जानकारी मिल चुकी थी। -सनी शर्मा, बैंककर्मी
अनसीन लोकेशंस की भी मिलती है जानकारी
टूरिज्म प्रमोटर सुनील अवसरकर बताते हैं, वर्चुअली देश-दुनिया की अलग-अलग लोकेशंस को एक्सप्लोर करने बाद घूमने का प्लान बनाना लोगों को ज्यादा बेहतर लग रहा है क्योंकि एक तो इससे हर जगह की टॉप टूरिज्म स्पॉट्स की जानकारी हो जाती है। दूसरा, उन जगहों की जानकारी भी मिल जाती है जो कि अनसीन लोकेशंस हैं। ट्रैवलिंग सीजन, जर्नी स्टार्टिंग पाइंट, बजट, सेμटी, होटल, लोकल शॉपिंग, फूड और आसपास की जगहों की जानकारी भी आसानी से मिल जाती है।
कुछ ट्रैवल ब्लॉगर्स
- कर्ली टेल्स वर्चुअल टूर
- इंडिया ट्रैवलर
- शाटो फॉर 100
- टूरिस्ट वीक
- तान्या खानीजो
- डिस्टेंस बिटवीन
- नेशनल जियोग्राफिक इंडिया
- वर्ल्ड ट्रैवलर