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दुनिया के 37 लाख बच्चों को मोटापे से हार्ट अटैक का खतरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने शोध में किया खुलासा

जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपने शोध में दावा किया है कि आजकल हार्ट अटैक का खतरा सिर्फ बड़े और बुजुर्गों तक नहीं सीमित रह गया है, बल्कि बच्चों में भी यह तेजी से बढ़ रहा है। डब्ल्यूएचओ के शोध से पता चला है कि दिल के दौरे का खतरा बचपन से ही पहचाना जा सकता है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर कोई बच्चा अनहेल्दी लाइफस्टाइल अपनाता है और अनहेल्दी खाता है, तो उसका दिल दस साल की उम्र से कमजोर होने लग सकता है। डब्ल्यएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में 5 साल से छोटे 37 लाख बच्चे अधिक वजन वाले हैं, जिससे उन्हें हार्टअटैक का खतरा है।

वहीं कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने भी दावा किया कि बचपन में कोलेस्ट्रॉल लेवल से एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ता है, जो कि दिल की बीमारी से जुड़ी स्थिति है। वैज्ञानिकों के अनुसार जो लोग आजकल दिल की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, वे अधिकतर मोटे होते हैं, अनहेल्दी खाते हैं, धूम्रपान करते हैं या आलसी जीवन जीते हैं। हार्वर्ड पिल्ग्रिम हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने भी स्टडी को सही बताते हुए कहा कि बचपन में सही आदतें अपनाने से μयूचर मे गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है।

अनहेल्दी लाइफस्टाइल से बचाना जरूरी

  • वैज्ञानिकों का मानना है कि बच्चों को यदि अनहेल्दी जीवनशैली से बचाना है, तो 16 साल की उम्र तक उन्हें स्टेटिन जैसी कोलेस्ट्रॉल-घटाने वाली दवाएं दी जानी चाहिए।
  • बच्चों को सही आहार और शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करना बहुत जरूरी है, ताकि उनके दिल की सेहत को भविष्य में सुरक्षित रखा जा सके।
  • शोध के मुताबिक, बच्चों में मोटापा और गलत खानपान की आदतों से हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लगता है, जिससे दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है।

1500 बच्चों के हेल्थ डेटा का किया विश्लेषण

डब्ल्यूएचओ के अनुसार 1,500 से अधिक बच्चों का स्वास्थ्य डेटा विश्लेषण करने से यह सामने आया है कि बच्चों में दिल की सेहत का स्कोर अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण 10 साल की उम्र से घटने लगता है। यह शोध जामा कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में 3 से 16 साल के बच्चों का डेटा लिया गया, जिसमें आहार, शारीरिक गतिविधि, नींद की अवधि, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), बीपी, कोलेस्ट्रॉल और धूम्रपान की आदतों का मूल्यांकन किया गया।

10 साल से शुरू हो जाता है हार्ट अटैक का खतरा

वैज्ञानिकों के अनुसार, 10 साल की उम्र वह समय है, जब बच्चों में अनहेल्दी खाने की आदतें विकसित होने लगती हैं। इस आयु में, बच्चों की जीवनशैली में बदलाव आता है। ऐसे में स्कूल के तनाव, भोजन की आदतों में बदलाव और अपर्याप्त नींद के कारण अपनी हेल्थ को नजरअंदाज करना शुरू कर सकते हैं, जो कि हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है।

बचपन में आहार की आदतें होती हैं खराब

3 से 16 का समय बच्चों के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय उनके आहार की आदतें खराब होने लगती हैं। यदि बच्चों को इस समय स्वस्थ जीवनशैली की आदतें नहीं सिखाई जाती हैं, तो भविष्य में उन्हें दिल की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। – डॉ. इज्जुद्दीन अरिस, शोधकर्ता

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