सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में 5 महिला नक्सली समेत 20 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सबसे अधिक उग्रवाद प्रभावित जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल की है। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पांच महिला नक्सली समेत 20 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) December 9, 2023
नक्सली ने बताया ये कारण
आत्मसमर्पण करने वाले ज्यादातर नक्सली मिलिशिया सदस्य हैं तथा जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सक्रिय थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ जिले में कई घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
बस्तर में बीजेपी नेता का गला रेतकर हत्या
इधर, नक्स्ल प्रभावित बस्तर संभाग में एक और बीजेपी नेता की हत्या का मामला सामने आया है। यहां नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बीजेपी नेता कोमल मांझी की गला रेतकर हत्या कर दी। भाजपा नेता कोमल मांझी शनिवार सुबह मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। उसी दौरान नक्सलियों ने मांझी अकेला पाकर उन्हें घेर लिया और पकड़कर जंगल ले गए। जहां नक्सलियों ने नेता की हत्या कर शव को गांव के पास फेंक दिया। जिससे पूरे गांव में खौफ का माहौल है। शव के पास से एक पर्चा मिला है, जिसमें मांझी को माइंस का दलाल बताते हुए गला काट दिया।
पर्चे में लिखा- कोमल मांझी आमदई माइंस की दलाली करता था। इससे पहले भी उसे समझाया गया था, लेकिन वह नहीं माना इसलिए इसे मौत की सजा दी है।
हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस
गांव वालों ने शव को पड़ा देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पूरे इलाके में सर्चिंग शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, मांझी को चुनाव के वक्त पुलिस सुरक्षा दी गई थी, लेकिन उन्होंने सिक्योरिटी लेने से मना कर दिया था।
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