
क्यूबा के मतंजस शहर में शनिवार को एक ऑयल डिपो में बिजली गिरने से आग लग गई। इस दौरान डिपो में मौजूद 120 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है। आग में अभी तक एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 121 जख्मी हुए हैं। वहीं 17 दमकलकर्मी लापता बताए जा रहे हैं। लोगों ने बताया कि बिजली गिरने के बाद 4 धमाकों की आवाज सुनी गई।
आग की लपटों से पीला हुआ आसमान
आग इतनी भीषण थी कि पूरा आसमान आग की लपटों से पीला हो गया था। 140,000 की आबादी वाले शहर मतंजस के बाहरी इलाके में यह डिपो स्थित है। जहां शुक्रवार को एक फ्यूल टैंक पर बिजली गिरने के बाद आग लग गई। शनिवार तड़के तक आग दूसरे टैंक तक फैल गई थी, जिससे उसमें भी विस्फोट हुआ। विस्फोट के बाद पूरा आसमान काला हो गया और चारों तरफ धुंआ फैल गया।
तेज हवाओं के चलते फैली आग
एक अधिकारी ने कहा- बिजली एक पेट्रोल टैंक पर गिरी जिससे आग लग गई। खराब मौसम और तेज हवाओं के चलते आग बाद में दूसरे टैंकों में फैल गई। उन्होंने कहा- हमें मिली जानकारी के मुताबिक, पहला टैंक जिसमें आग लगी उसमें 26 हजार क्यूबिक मीटर क्रूड ऑयल था। दूसरे टैंक में 56 हजार क्यूबिक मीटर फ्यूल था।
दूसरे देशों से मांगी मदद
आग इतनी भीषण थी कि, गंभीर ईंधन संकट से गुजर रहे क्यूबा की सरकार ने इसपर काबू पाने के लिए मित्र देशों से मदद मांगी। मैक्सिको और वेनेजुएला ने अपनी कई दमकल टीमें भेजीं और अमेरिकी ने भी तकनीकी सलाह दी। क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज कैनेल ने ट्वीट कर मदद के लिए मैक्सिको, वेनेजुएला और अमेरिकी सरकार को धन्यवाद दिया।