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बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने कराई 121 जोड़ों की शादी, CM शिवराज ने दिया आशीर्वाद; बोले- बेटियां बोझ नहीं वरदान हैं

छतरपुर। इन दिनों बागेश्वर धाम और यहां के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देश भर में काफी चर्चित हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर बागेश्वर धाम में 121 गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह हुआ। कन्या विवाह महामहोत्सव कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सम्मिलित हुए। उन्होंने नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। सामूहिक विवाह सम्मेलन के मंच पर एक्टर गोविंद नामदेव और सुमन के साथ ही साधु-संतों ने भी शिकरत की।

सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर सबसे पहले मैंने ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’ बनाई। बागेश्वर धाम ज्ञान कर्म और भक्ति का त्रिवेणी संगम दिखाई दे रहा है। आपने जितने भी सेवा के कामों का संकल्प लिया है, उसके लिए मैं आपका अभिनंदन करता हूं। यहां बेटियों के विवाह में सम्मिलित होकर मैं अपने आपको धन्य अनुभव कर रहा हूं।

सीएम ने साधु-संतों को किया प्रणाम

बागेश्वर धाम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- ‘आत्मानो मोक्षार्थं जगत हिताय चा’ आत्मा के मोक्ष और जगत के हित के लिए जिन्होंने देह धारण किया है, ऐसे हमारे परम पूज्य संत गण, मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूं। सगुरूदेव भगवान और यहां उपस्थित मेरी भांजियां जो दाम्पत्य सूत्र में बंध रही हैं। लाखों की संख्या में उपस्थित आप सभी भक्त, जो बालाजी के दर्शन कर लोक कल्याण के लिए पधारे हैं, सभी को प्रणाम।

ऐसे बनी ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’

सीएम शिवराज ने कहा- मैंने अपने गांव में बचपन से ही माता-पिता को बेटा और बेटी में भेद करते हुए देखा है। यह देखकर मुझे तकलीफ होती थी और मैं लगातार यह सोचता था कि हे भगवान वह दिन कब आएगा, जब बेटा और बेटी बराबर माने जाएंगे। मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर सबसे पहले मैंने ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’ बनाई। जो माता-पिता अपनी बेटियों की शादी ठीक से कराने में सक्षम नहीं हैं, उन बेटियों की शादी प्रदेश सरकार इस योजना के अंतर्गत करवा रही है।

बेटी का जन्म लखपति के रूप में होता है : सीएम

सीएम शिवराज ने कहा- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के बाद ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ बनाई। मध्यप्रदेश की धरती पर बेटी का जन्म होता है तो वह लखपति के रूप में होता है। बेटियां अब माता-पिता पर बोझ नहीं उनके लिए वरदान हैं। 44 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां मप्र की धरती पर हैं। जिनकी शिक्षा-दीक्षा का सारा काम, मध्य प्रदेश सरकार कर रही है। आज महाशिवरात्रि है, शिव और शक्ति- जब तक दोनों मिलकर सशक्त नहीं होते, तब तक देश और संसार का कल्याण नहीं होता।

इतना ही नहीं सीएम ने आगे कहा कि एक भाव मेरे मन में आया कि बहनें सशक्त होंगी तो प्रदेश सशक्त और प्रदेश सशक्त तो देश सशक्त होगा। इसलिए बहनों के लिए योजना बनाई लाड़ली बहना योजना। योजना से हर गरीब बहन जो मप्र की निवासी है, उनके खाते में हर महीने 1 हजार और साल में 12 हजार आएंगे।

बेटियां गरीब और भीखमंगों के घर नहीं होती : शास्त्री

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, मुख्यमंत्री के आने से मानो पूरा मप्र यहां शामिल हो गया हो। बड़े दिलवाले होते हैं, जिनके घर बेटियां होती हैं। बेटियां गरीब और भीखमंगों के घर नहीं होती हैं। बेटियों के विवाह पर जोर इसलिए देता हूं, क्योंकि मैंने अपनी बहन के विवाह के दौरान बहुत भोगा है। कितना कष्ट होता है, जब घर पर धन नहीं हो। मैंने ऐसी परिस्थिति देखी है। बालाजी ने चाहा तो भारत में किसी के भाई के लिए उसकी बहन बोझ नहीं बनेगी। हम किसी पार्टी से नहीं हैं। ऐसा कुछ हो तो अपने दिमाग से निकाल देना। हम तो बजरंगबली पार्टी से हैं।

121 कन्याओं का हुआ विवाह

उल्लेखनीय है कि इन दिनों बागेश्वर धाम और यहां के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देश भर में काफी चर्चित हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर बागेश्वर धाम में 121 कन्याओं का विवाह हुआ है। वहीं 19 फरवरी तक चलने वाले समागम में देशभर से बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर बागेश्वर धाम पहुंच रहे हैं। साथ ही बागेश्वर धाम में इन दिनों यज्ञ का आयोजन चल रहा है।

कन्याओं को दिए ये उपहार

  • डबल बेड के साथ गद्दा, बेड शीट, तकिया,कंबल
  • सोफा सेट
  • ड्रेसिंग टेबल
  • 121 बर्तनों का किचन सेट
  • अलमारी
  • ट्रॉली बेग
  • पायल, झुमकी, एक सोने का आइटम
  • चार साड़ी, सिंगार सामग्री
  • 165 लीटर फ्रीज
  • कूलर
  • टीवी
  • सफारी सूट, सेहरा
  • वर निकासी के लिए घोड़ी
  • कन्या विवाह की अन्य सामग्री

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