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इंदौर – 10 फीट घसीटता रहा कार चालक ,अस्पताल में छोड़कर भागे

कार सवार ने रैपीडो चालक को टक्कर मारी

 

इंदौर-  शुक्रवार दोपहर  तेज रफ्तार कार चालक ने सड़क पर उत्पात मचाते हुए, एक रिक्शा चालक को टक्कर मारकर 10 फिट दूर तक घसीटा। राहगीरों ने कार चालक की घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। कार चालक और उसके साथी ने भीड़ से बचने के लिए इलाज करवाने का बहाना बनाकर घायल को साथ में अस्पताल ले गए। अस्पताल में फरियादी को धमकाया और छोड़कर भाग गए। पुलिस ने कार चालक पर केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी हैं।

जानकारी के अनुसार संयोगितागंज पुलिस ने रैपीडो चालक जसवंत पिता शालिकराम सूर्यवंशी निवासी मूसाखेड़ी की शिकायत पर कार क्र. एमपी-09-सीसी-7239 के चालक पर केस दर्ज किया है। फरियादी जसवंत ने बताया कल दोपहर करीब 12 बजे आजाद नगर से रामबाग तरफ जा रहा था।

तभी चुनाव आयोग कार्यालय के सामने कार सवार ने जोरदार टक्कर मारी, टक्कर लगते ही जसवंत 5 फीट ऊपर उछले और जमीन पर जा गिरे। इतना ही नहीं कार चालक ने उन्हें 10 फिट तक घसीट कर ले गया। हादसा देख राहगीरों ने कार चालक को घेराबंदी का पकड़ा। कार में सवार पप्पू यादव और नंदू यादव को बाहर निकालकर पूछताछ करने पर उन्होंने भीड़ को आश्वासन दिया कि हम घायल का इलाज करवा देंगे। दोनों घायल जसवंत को इलाज के लिए एवं अस्पताल ले गए। जसवंत ने बताया दोनों ने मिलकर रास्ते में मुझे धमकाया और गाली गलौज की। इसके बाद माय अस्पताल में छोड़कर भाग गए। फरियादी ने उन्हें फोन लगाकर इलाज करवाने की बात कही तो कहने लगे तेरे से जो करते बने तू कर ले हम कानूनी रूप से निपट लेंगे। इधर संयोगितागंज पुलिस जांच के बाद अन्य धाराएं भी बड़ा शक्ति है। फिलहाक्व फरार कार चालक की तलाश कर रही हैं।

राहवीर योजना अब मप्र में भी लागू-

सड़क हादसों में घायलों की जान बचाने वाले आम नागरिकों को सम्मानित करने के लिए केंद्र सरकार की राह-वीर योजना अब मप्र में भी लागू कर दी गई है। इस योजना के तहत, गंभीर सड़क हादसों में घायल व्यक्ति की मदद कर जान बचाने वाले को 25 हजार रुपए का नकद इनाम और प्रशंसा-पत्र दिया जाएगा। खास बात यह है कि अगर देश के टॉप 10 राह-वीर में चुने गए तो 1 लाख रुपए मिलेंगे। यह योजना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की है, जिसका मकसद आम लोगों को सड़क हादसे में घायल लोगों की मदद के लिए प्रोत्साहित करना है। यह योजना विशेष तौर पर उन लोगों को सम्मानित करती है, जो हादसे के के गोल्डन ऑवर (पहले एक घंटे) के भीतर घायल को इलाज की सुविधा मुहैया करवाते हुए उनकी जान बचाते हैं।

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