पीपुल्स संवाददाता . भोपाल। हमीदिया अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक और एनेस्थिीसिया विभाग के डॉक्टरों की टीम ने गुरूवार को हाथ से कटकर अलग हुए अंगूठे को जोडने के लिए रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी की है। लिफ्ट में फंसने के कारण हथेली से कटकर अलग हुए अंगूठे की हड्डी का फ्रेम वर्क कर उस पर मांस चढ़ाने के लिए डॉक्टरों ने पेट से मांस निकालकर फिर से जोड़ दिया है ताकि 21 दिन तक अंगूठे की नशों में खून दौड़ता रहे।
डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार बरखेड़ी जहांगीराबाद निवासी 6 वर्षीय मासूम बच्ची का बुधवार शाम 4 बजे मल्टी की लिफ्ट में बाया हाथ फंस गया था। जिससे उसका अंगूठा कट कर हाथ से अलग हो गया। परिजन बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया और हमीदिया के डॉक्टरों संपर्क किया। हमीदिया के डॉक्टरों ने बच्ची को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कराया। यहां पर बर्न एवं प्लास्टिक विभाग के डॉक्टर आनंद गौतम ने बताया कि बुधवार शाम 8 बजे बच्ची को ऑपरेट करना शुरू किया। बच्ची के अंगूठे को दोबारा बनाकर जोड़ा गया है। इसके लिए अंगूठे का मांस हटा कर हड्डी और नसों का फ्रेम वर्क कर तार के उपयोग से जोड़ा गया। इसके बाद पेट का मांस निकालकर अंगूठे में लगा कर उसे 21 दिन के लिए पेट से जोड़ दिया गया। इससे नसों के जरिए से खून हड्डियों तक पहुंचता रहे।
सर्जरी टीम में शामिल रहे एनेस्थिीसिया विशेषज्ञ डॉ अरविंद मीणा ने बताया कि हड्डियों को खून नहीं मिलने से सड़ने का डर रहता है। डॉक्टर ने बताया कि इस प्रक्रिया में अंगूठे के 90% काम करने की संभावना रहती है। शरीर का यदि कोई अंग अलग हो जाए तो उसको 6 घंटे के अंदर लाने पर जोड़ा जा सकता है। ऐसी घटना होने पर कटे हिस्से को साफ कपड़े में लपेटकर उसको चारों तरफ बर्फ रखकर जल्द से जल्द अस्पताल ले जाएं। इससे कटे हुए अंग को जोडने में सफलता की संभावना ज्यादा रहती है।