
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी महिला पहलवानों के साथ पुलिस के कथित दुर्व्यवहार को लेकर सरकार से सवाल किया है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि जंतर-मंतर पर जारी महिला पहलवानों के प्रदर्शन को कुचलने के लिए आधी रात को लाठीचार्ज कराया गया और महिला पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें हिरासत में लिया गया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या एक लोकतांत्रिक देश में अपनी बात रखना और जनता को सच बताना भी गुनाह है। देश कहां जा रहा है।
दिल्ली के जंतर मंतर पर जारी महिला पहलवानों के प्रदर्शन को कुचलने के लिये आधी रात को लाठी चार्ज कराया गया और महिला पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार करते हुये उन्हें हिरासत में लिया गया।
क्या एक लोकतांत्रिक देश में अपनी बात रखना और जनता को सच बताना भी गुनाह है ?
देश कहाँ जा रहा है ?
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 4, 2023
क्या है मामला ?
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत 30 पहलवानों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन शुरू किया था। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पहलवानों का दावा है कि कुश्ती महासंघ नियमों के नाम पर रेसलर्स का उत्पीड़न कर रहा है।
पहलवानों का कहना है कि, उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। WFI अध्यक्ष सरेआम पहलवानों के साथ अभद्रता करते हैं और गाली-गलौज करते हैं। पहलवानों ने कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग उठाई है। बृजभूषण पर भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद छोड़ने का दवाब बनाया जा रहा है, लेकिन वह इस्तीफा देने को राजी नहीं हैं। आरोपों को झूठ बताते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, अगर आरोप सही साबित हुए तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं।