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Cyclone Jawad: बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्लोन आज आंध्र और ओडिशा के तट से टकराएगा, 110 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं; NDRF की 46 टीमें तैनात

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का गहरा अवदाब एक चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ में तब्दील हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के अधिकारी के मुताबिक चक्रवात शनिवार को सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास टकराएगा। इसके बाद यह ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और रविवार दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा। यास और गुलाब के बाद यह तीसरा तूफान है जो इस साल ओडिशा पहुंच रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF की 46 टीमें तैनात की गई थीं।

विशाखापत्तनम से करीब 230 किमी दूर है चक्रवाती तूफान

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान जवाद बंगाल के पश्चिम-मध्य खाड़ी में विशाखापत्तनम से लगभग 230 किमी दक्षिण पूर्व, गोपालपुर से 340 किमी दक्षिण, पुरी से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पारादीप से 490 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।

तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की आशंका

मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात रविवार दोपहर के आसपास पुरी जिले के सबसे करीब होगा। तूफान की वजह से शनिवार और रविवार की सुबह आंध्र और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। रविवार को ही तूफान बंगाल की खाड़ी की ओर वापस लौट जाएगा। तब बंगाल के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।

110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

इस दौरान करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। इन हवाओं का सबसे ज्यादा असर विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, गंजम, गजपति, भद्रक, पुरी, बालासोर और नयागढ़ जिलों पर पड़ने की आशंका है। वहीं निचले इलाकों को लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस चक्रवात को जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है।

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मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

ओडिशा के 14 तटवर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने दक्षिणी तट पर 266 रेस्क्यू टीम तैनात करने की योजना बनाई है। इनमें NDRF, स्टेट फायर डिपार्टमेंट और ओडिशा की SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) शामिल है।

इन इलाकों को हो सकता है सबसे ज्यादा नुकसान

मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात से जिन इलाकों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है उनमें उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिले शामिल हैं। इसके अलावा ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिले के कई इलाके शामिल हैं।

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