
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ब्राजील से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 1 अगस्त 2025 से 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ट्रंप ने यह फैसला ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के खिलाफ चल रहे मुकदमे को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बताते हुए लिया। इस फैसले के तुरंत बाद ब्राजील के वर्तमान राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आर्थिक प्रतिकार (Reciprocal Action) की चेतावनी दी है। अब दोनों देशों के बीच संभावित व्यापार युद्ध (Trade War) के आसार गहराने लगे हैं।
ट्रंप बोले- बोलसोनारो पर चल रहा केस शर्मनाक
ट्रंप ने Truth Social पर एक लेटर पोस्ट करते हुए कहा कि ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो के खिलाफ मुकदमा एक “विच हंट” यानी बिना किसी ठोस सबूत के बदले की कार्रवाई है। उन्होंने इसे ब्राजील के लिए “अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी” बताया और कहा कि यह मामला तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
ट्रंप ने लिखा, “बोलसोनारो एक सम्मानित नेता हैं। उनके साथ हो रहा व्यवहार अस्वीकार्य है। अमेरिका फ्रीडम और निष्पक्ष न्याय के साथ खड़ा है।”
1 अगस्त से 50% टैरिफ लागू
ट्रंप ने न केवल ब्राजील, बल्कि अल्जीरिया, इराक, लीबिया, श्रीलंका, ब्रुनेई, मोल्दोवा और फिलीपींस जैसे 7 देशों पर भी टैरिफ का ऐलान किया है। इन पर 20% से 30% तक शुल्क लगाया जाएगा। इससे पहले उन्होंने जापान, दक्षिण कोरिया और बांग्लादेश सहित 14 देशों पर भी टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य अमेरिका में विदेशी उत्पादों को महंगा करना और घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना है।
ब्राजील की चेतावनी- हम संप्रभु देश, जवाब जरूर देंगे
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने ट्रंप के फैसले पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा, “ब्राजील एक स्वतंत्र राष्ट्र है और किसी भी प्रकार की विदेशी दखलअंदाजी को स्वीकार नहीं करेगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाया, तो ब्राजील भी जवाबी शुल्क लगाएगा। लूला ने लिखा, “हमारी न्यायपालिका स्वतंत्र है और बोलसोनारो के खिलाफ कार्रवाई ब्राजील के संविधान के अनुसार चल रही है। कोई भी बाहरी दबाव इस प्रक्रिया को प्रभावित नहीं कर सकता।”
ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया था कि ब्राजील सरकार सोशल मीडिया सेंसरशिप के जरिए अमेरिकी अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर रही है। इसके जवाब में लूला ने कहा, “अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब हिंसा, नफरत और फेक न्यूज फैलाने की छूट नहीं है। देश में सभी कंपनियों, चाहे वे घरेलू हों या विदेशी, को हमारे कानूनों का पालन करना होगा।”
ट्रंप के आर्थिक तर्कों पर भी लूला का करारा जवाब
ट्रंप का यह भी कहना था कि अमेरिका का ब्राजील से व्यापार घाटा बढ़ा है। लूला ने इस दावे को भी खारिज करते हुए कहा, “पिछले 15 वर्षों में अमेरिका को ब्राजील के साथ व्यापार से 410 अरब डॉलर का फायदा हुआ है। यह आंकड़ा खुद अमेरिकी सरकारी रिपोर्टों से प्रमाणित है।”
BRICS को दी धमकी
ट्रंप ने विशेष रूप से BRICS देशों को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने डॉलर को हटाकर किसी नए वैश्विक करेंसी सिस्टम की कोशिश की तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा, “अगर BRICS डॉलर को हटाने की कोशिश करता है, तो अमेरिका उसके सभी सदस्य देशों पर 10% अतिरिक्त टैक्स लगाएगा।”
भारत से व्यापार समझौते के संकेत
हालांकि इस आक्रामक रुख के बीच ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते की संभावनाएं जताईं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका 2030 तक आपसी व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं। इस समझौते में डेयरी और कृषि क्षेत्र को छोड़कर टेक्सटाइल, मेडिकल और इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता दी जा सकती है।
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