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उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर: पहली गोली मारने वाला उस्मान ढेर, प्रयागराज में हुई मुठभेड़

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने एक और आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया है। इस एनकाउंअर में मारे जाने वाले आरोपी का नाम विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी है। पुलिस का दावा है कि, उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित था। इस एनकाउंटर में नरेंद्र नाम का सिपाही भी घायल हो गया।

कौंधियारा थाना इलाके में हुई मुठभेड़

जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज के कौंधियारा थाना इलाके में सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच की टीम और आरोपी विजय उर्फ उस्मान के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में उस्मान को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।  अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर बद्री विशाल सिंह ने कहा कि, उस्मान को जब लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी।

किसका हुआ था पहला एनकाउंटर

इससे पहले, उमेश पाल और दोनों सिपाहियों की हत्या में शामिल अरबाज को पिछले सोमवार को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया था। उमेश पाल की हत्या के तीसरे दिन ही पुलिस ने अरबाज को मार गिराया था। हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था। ये मुठभेड़ धूमनगंज इलाके के नेहरू पार्क में हुई थी। इस मुठभेड़ में धूमनगंज इंस्पेक्टर के दाहिने हाथ में भी गोली लगी थी। बता दें कि, अरबाज, अतीक अहमद के बेटे असद का ड्राइवर था।

उमेश पाल की घर के सामने हुई थी हत्या

दरअसल, 24 फरवरी को करीब 5 शूटर्स ने उमेश पाल के घर सामने ही उनकी हत्या कर दी थी। हमलावरों ने उन पर उस वक्त हमला किया जब वो कोर्ट से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वे गाड़ी से बाहर निकले तो 4-5 हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसके बाद जब वह घर के अंदर भागे, तो बम से हमला कर दिया। हमले में उनके दो गनर भी घायल हुए, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सरकार द्वारा उमेश पाल की सुरक्षा में दोनों गनर तैनात किए गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपियों ने 7 शूटर्स को बैकअप के लिए भी रखा था।

अतीक अहमद पर साजिश का आरोप

उमेश पाल की हत्या का आरोप साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद पर लग रहा है। पुलिस को शक है कि जेल में रहते हुए अतीक ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी। दरअसल, अतीक अहमद राजूपाल हत्या कांड का मुख्य आरोपी है। इसके अलावा पुलिस के मुताबिक, उमेश पाल का एक जमीन को लेकर भी अतीक अहमद के साथ विवाद चल रहा था।

राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे उमेश

शहर पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूजा पाल कौशाम्बी की चायल सीट से सपा की विधायक हैं। उमेश, बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। वह राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की सगी बुआ का लड़का था।

राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो वर्तमान में गुजरात जेल में बंद है। राजू पाल हत्याकांड की जांच CBI ने की थी, जिसमें उमेश पाल मुख्य गवाह थे। यही वजह है कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी।

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