
इंदौर। पुलिस आम जनता को प्रताड़ित करती है और पुलिस का यही खौफ हमेशा से जनता के चेहरे पर दिखाई देता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो इस प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं। वर्तमान में इंदौर के हीरा नगर थाना प्रभारी और वर्तमान में तेजाजी नगर में पदस्थ एक एसआई दोनों ने एक युवक को इतना प्रताड़ित किया कि युवक ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
इसके बाद पूरा मामला कोर्ट के समक्ष पहुंचे, जहां पर मंगलवार को दायर परिवाद के तहत कोर्ट द्वारा दोनों अधिकारियों के खिलाफ अजाक थाने में प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
स्टेटस लगाकर बताए मौत के जिम्मेदार
मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायालय के समक्ष एक निजी परिवार में सुनवाई करते हुए इंदौर के एसआई विकास शर्मा और वर्तमान में हीरा नगर थाना प्रभारी दिलीप पुरी के खिलाफ जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किए जाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

ये पूरा मामला फरवरी 2022 का है। जब होमगार्ड सैनिक माधुरी बडीयां के बेटे आकाश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आकाश ने तेजाजी नगर के एसआई विकास शर्मा और वर्तमान में हीरा नगर के थाना प्रभारी दिलीप पूरी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। आकाश ने आत्महत्या के पहले व्हाट्सऐप स्टेटस पर यह लगाया था कि सब इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी मेरे मौत के जिम्मेदार हैं।
टीआई और एसआई को मिल गई थी क्लीनचिट
पूरी घटना में आकाश की आत्महत्या केस में जांच डीसीपी जोन वन अमित ने की थी। मृतक के परिजनों के बयान भी लिए थे, उस समय मोबाइल जब्त करने के बाद डीसीपी ने कहा था कि वह दोषी पर उचित कार्रवाई करेंगे, लेकिन पुलिस ने अपना ही पक्ष लेते हुए दोनों को क्लीन चिट दे दी थी।
आकाश की मोहब्बत बनी आत्महत्या की वजह
मृतक आकाश एक युवती से प्रेम करता था। आकाश और उसकी प्रेमिका रामकृष्ण स्कूल में दसवीं तक साथ में पढ़े, जिसके बाद दोनों में प्यार हो गया। 10वीं के बाद लड़की प्राइवेट पढ़ाई करने लगी। आकाश ने 12वीं के बाद महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज में एडमिशन ले लिया। एक साल के पहले लड़की के परिवार वालों को दोनों के अफेयर की बात पता चली। आकाश के परिवार के लोग इस बात को लेकर राजी थे, लेकिन लड़की की मां को ये रिश्ता पसंद नहीं था। घटना के पहले आकाश 9 फरवरी 2022 को जब लड़की से बात कर रहा था तो यह जानकारी लड़की की मां को लगी और उन्होंने लड़की को डांटते हुए आकाश से बात करने के लिए मना किया था।
घर से गायब हुए दोनों
इसके बाद लड़की आकाश के घर आकर बैठ गई और 9 फरवरी को दोनों ही घर से साथ में निकल गए। 9 फरवरी रात 9:00 बजे तक जब दोनों घर नहीं पहुंचे तो आकाश के पिता ने आकाश को कॉल किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया यह बात लड़की के घर वालों को पता चली जिसके बाद ऐसा ही विकास शर्मा और कुछ पुलिसकर्मी आकाश के घर पहुंचे और आकाश का नंबर लेकर उससे बात करना चाहिए, लेकिन आकाश का फोन बंद था।
एरोड्रम थाने में की थी शिकायत
विकास शर्मा 10 फरवरी को आकाश और लड़की को चंदननगर थाने लेकर आया। वहीं आकाश के भाई के मुताबिक, शिकायत एरोड्रम थाने में दर्ज थी, लेकिन चंदननगर पुलिस ने बीच में हस्तक्षेप किया। विकास आकाश पर दबाव डाल रहा था कि तुम लड़की को भूल जाओ वरना मैं तुम्हें एनडीपीएस एक्ट में फंसा दूंगा। विकास लगातार उस पर दबाव भी बना रहा था। जिसके बाद आकाश डिप्रेशन में चले गया और उसने व्हाट्सऐप पर पूरी घटना को लेकर आत्महत्या कर ली थी।