इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर में फर्जी लूट का खुलासा : फरियादी ही निकला लूट की साजिश रचने वाला, पुलिस ने 7 लाख रुपए किए बरामद

इंदौर। बाणगंगा थाने पर एक दिन पूर्व फरियादी द्वारा 7 लाख की लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया कि उसने 7 लाख रुपए बैंक से निकाले थे। वह बाइक से जा रहा था, तभी बाइक पर आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम देकर वह फरार हो गए। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस लूट का खुलासा किया। इस लूट की वारदात को रचने वाला स्वयं फरियादी था और उसने बैंक से रुपए निकालकर अपने दोस्त को दे दिए थे।

फरियादी ने थाने में की थी लूट की शिकायत

थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी ने बताया कि फरियादी सचिन राठौर द्वारा बाणगंगा थाने पर शिकायत दर्ज कराई कि वह लक्ष्मीबाई स्टेशन के पास से जब गुजर रहा था। उसी वक्त उसके साथ दो नकाबपोश बदमाशों ने 7 लाख रुपए छीन लिए और कहीं फरार हो गए। आरोपी द्वारा फरियादी को पिस्टल भी अड़ाई गई। गाड़ी पर किसी तरह के नंबर प्लेट नहीं थी।

फरियादी ने दिए अलग-अलग बयान

जानकारी लगने के बाद पुलिस ने जब खोज चालू की तो लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के पास लगे सीसीटीवी फुटेजों को उन्होंने खंगाले, लेकिन फरियादी के आगे पीछे कोई भी व्यक्ति आता हुआ नहीं दिखाई दिया। जब पुलिस ने फरियादी से बातचीत करना शुरू की तो उसने अपने अलग-अलग बयान दिए। पुलिस को जब पूरे मामले में फरियादी के बयान संतोषजनक नहीं मिले तो उन्हें फरियादी से सख्ती से पूछताछ करना शुरू किया।

पुलिस ने बरामद किए 7 लाख रुपए

पूछताछ में फरियादी सचिन राठौर ने बताया कि कुछ समय पहले उसने श्री कृष्ण एनक्लेव में एक प्लॉट खरीदा था, जिसकी डील 7 लाख रुपए में हुई थी। वह रुपए एजेंट को देना थे। फरियादी ने यह रुपए बैंक से तो निकाले, लेकिन वह एजेंट को वह रुपए नहीं देना चाहता था, जिसके लिए उसने लूट की घटना को रचा और पुलिस को यह कहानी बताई। फरियादी द्वारा वह 7 लाख रुपए अपने दोस्त विशाल कुरील को अमानत के तौर पर दे दिए थे। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।

ये भी पढ़ें: इंदौर कलेक्ट्रेट में घोटाला : एक करोड़ का गबन पहुंच सकता है 7 करोड़ तक! जांच के घेरे में खाते में ट्रांजैक्शन

मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button