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CBI ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर मारा छापा, रायपुर और भिलाई के तीन ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और पाटन के विधायक भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित घरों पर CBI ने आज सुबह छापा मारा। यह छापेमारी रायपुर और भिलाई के तीन अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ की गई। CBI की टीमें अचानक पहुंचीं और घर में मौजूद लोगों से पूछताछ शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई महादेव बैटिंग ऐप मामले से जुड़ी हो सकती है। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी बघेल के घर पर छापा मार चुकी है। उस समय कार्रवाई कथित शराब घोटाले के मामले में हुई थी।

CBI की चार टीमें एक साथ निकलीं

जानकारी के अनुसार, CBI की चार टीमें आज सुबह रायपुर से निकलीं। एक टीम रायपुर में भूपेश बघेल के घर पहुंची। तीन टीमें भिलाई में विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी करने गईं। भिलाई के पदुम नगर, सेक्टर 5 और सेक्टर 9 में भी छापे मारे गए। CBI की टीमों ने इन ठिकानों पर पहुंचते ही सुरक्षा घेरा बना लिया और किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी। घरों में मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है।

CBI की छापेमारी की वजह अब तक साफ नहीं

CBI की इस कार्रवाई का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि, महादेव बैटिंग ऐप मामले से इसके जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। CBI अधिकारी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। उन्होंने घरों में प्रवेश करते ही सभी सदस्यों को अंदर ही रोक दिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया।

भूपेश बघेल ने पोस्ट कर दी प्रतिक्रिया

CBI की इस कार्रवाई पर भूपेश बघेल ने X पर लिखा, “अब CBI आई है। आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की मीटिंग के लिए आज मेरा दिल्ली जाने का कार्यक्रम था। उससे पहले ही CBI रायपुर और भिलाई स्थित मेरे निवास पर पहुंच गई है।”

हाल ही में ED ने भी मारा था छापा

CBI से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी भूपेश बघेल के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। 10 मार्च को ED ने उनके बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धनशोधन जांच के तहत भिलाई स्थित घर पर छापा मारा था। इसके अलावा, लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल सहित 13 अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। ED ने यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की थी। इससे पहले भी शराब घोटाले के मामले में ED ने छापेमारी की थी, जिसमें करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच चल रही है।

क्या है महादेव बैटिंग ऐप मामला

महादेव बैटिंग ऐप मामला एक बड़ी सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा केस है। इसमें आरोप है कि इस ऐप के जरिए अवैध रूप से करोड़ों रुपये का सट्टा खेला गया और काले धन को सफेद किया गया। ED पहले ही इस मामले में कई गिरफ्तारियां कर चुकी है और बड़े पैमाने पर जांच जारी है। कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में भी इस ऐप से जुड़े कई संदिग्ध लेनदेन हुए हैं, जिसकी कड़ियां भूपेश बघेल के करीबियों से जुड़ती हैं।

कांग्रेस ने इस छापेमारी को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और AICC महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, “यह बीजेपी सरकार की साजिश है। जब भी विपक्षी नेताओं की कोई महत्वपूर्ण बैठक होती है, तभी उनके खिलाफ एजेंसियां भेज दी जाती हैं। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।”

वहीं, भाजपा नेताओं ने कहा कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रही हैं और भ्रष्टाचार के मामलों में किसी को भी छूट नहीं मिलेगी।

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