
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के हिंसा प्रभावित संभल में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने जा रहे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुधवार को रास्ते में दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक लिया। उनके साथ कांग्रेस महासचिव एवं सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता थे, उन्हें संभल में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाए गए थे। राहुल-प्रियंका 2 घंटे तक वहीं रुके रहे, लेकिन अफसरों ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। इसके बाद वे दिल्ली रवाना हो गए। उन्होंने कहा- अब 6 दिसंबर को संभल जाएंगे।
विपक्ष के नेता के तौर पर जाना मेरा अधिकार है : राहुल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस इजाजत नहीं दे रही है। विपक्ष के नेता के तौर पर जाना मेरा अधिकार है लेकिन फिर भी वे मुझे रोक रहे हैं। मैंने कहा कि मैं अकेले जाने को तैयार हूं, मैं पुलिस के साथ जाने को तैयार हूं लेकिन वे इस पर भी राजी नहीं हुए। अब वे कह रहे हैं कि अगर हम कुछ दिनों में वापस आते हैं, तो वे हमें जाने देंगे। यह विपक्ष के नेता के अधिकारों के खिलाफ है, उन्हें मुझे जाने देना चाहिए। यह संविधान के खिलाफ है, हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं, लोगों से मिलना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ। मुझे मेरे संवैधानिक अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं। यह नया भारत है, यह संविधान को नष्ट करने वाला भारत है, हम लड़ते रहेंगे।”
प्रियंका बोलीं- इस तरह से रोका नहीं जा सकता
गाजीपुर बॉर्डर पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका संवैधानिक अधिकार है उन्हें इस तरह से रोका नहीं जा सकता। उनका संवैधानिक अधिकार है उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए कि वो पीड़ितों से मिलने जाए। उन्होंने ये भी कहा कि वह यूपी पुलिस के साथ अकेले चले जाएंगे लेकिन यह भी करने के लिए तैयार नहीं हुए। पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है।
बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक बढ़ाई
संभल में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (निषेधाज्ञा) जिले में 31 दिसंबर तक लागू रहेगी। इसके साथ ही, संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक शनिवार को खत्म हो रही थी उसे जिलाधिकारी ने बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने के लिए रवाना हुआ है। प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के पांच सांसद भी होंगे।
हिंसा में 4 लोगों की मौत
संभल की एक अदालत ने 19 नवंबर को शहर के कोट पूर्वी मोहल्ले में स्थित मुगल कालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया था और उसी दिन एक टीम ने वहां का सर्वेक्षण किया था। तभी से विवाद पैदा हो गया। उसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। अदालत ने सर्वेक्षण का आदेश उस याचिका पर दिया है जिसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद स्थित है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था।